भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मांग की कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित करे कि किसानों को लहसुन की पर्याप्त कीमत मिले। राज्यसभा सांसद ने दावा किया कि रतलाम मंदसौर नीमच और इंदौर जिलों के किसान मंडियों (थोक मंडियों) में अपनी लहसुन की फसल एक रुपए प्रति किलो बेचने को मजबूर हैं और सरकार उनके लिए कुछ नहीं कर रही है। उन्होंने बताया कि आठ अगस्त को मालवा की पिपलिया मंडी में एक क्विंटल लहसुन की कीमत 51 रुपए थी।
सिंह ने अपने पत्र में कहा इससे पहले प्याज औने-पौने दाम पर खरीदा (व्यापारियों द्वारा) जाता था। लहसुन और प्याज की कम कीमतों का विरोध करते हुए किसानों ने उनकी अंतिम संस्कार यात्रा निकाली। आपके ही सीहोर जिले में किसान रो रहे हैं और मजबूर होकर पार्वती नदी में सैकड़ों क्विंटल लहसुन फेंक रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री चौहान ने जब वह 2005 में पहली दफा मुख्यमंत्री बने थे तब से किसानों के कल्याण के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि किसानों को उपज का उचित मूल्य देने के लिए लाई गई भावांतर योजना भी प्रभावी नहीं है।
सिंह ने कहा कि चौहान ने पिछले साल सब्जियों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य का वादा किया था लेकिन वह योजना अभी तक अमल में नहीं आई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि 2022 तक किसानों की आय दो गुना हो जाएगी लेकिन दुर्भाग्य से यह वादा भीजुमला साबित हुआ। उन्होंने मांग की कि चौहान लहसुन और प्याज के किसानों से बातचीत करें और उन्हें उनकी फसल का पर्याप्त मूल्य दिलाने के लिए कदम उठाएं।
