जयपुर. राजधानी जयपुर की पत्रकार कॉलोनी में रहने वाले ट्रांसपोर्ट कारोबारी मदनलाल जैन को धमकी भरा पत्र भेजकर 30 लाख रुपये की रंगदारी (Extortion Money) वसूलने का प्रयास करने की हरकत का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस सनसनीखेज वारदात का मास्टरमाइंड राजस्थान के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल का डॉक्टर ध्रुव सिंह मीणा (Dr. Dhruv Singh Meena) निकला. वह एसएमएस अस्पताल में मेडिकल ज्यूरिष्ट में एसोसिएट प्रोफेसर है. मुहाना पुलिस ने डॉक्टर ध्रुव सिंह मीणा को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. उसके रिश्तेदार अनिल मीणा की तलाश की जा रही है.
डीसीपी साउथ योगेश गोयल ने बताया कि वारदात के खुलासे के लिए मुहाना पुलिस ने महज 12 घंटे में इलाके में लगे करीब 400 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. करीब 250 से ज्यादा वाहनों का रिकॉर्ड चैक किया. तब सीसीटीवी में नजर आई संदिग्ध कार के नंबरों और हुलिये से डॉक्टर और उसके रिश्तेदार की पहचान हो गई. डॉ. ध्रुव मीणा ने सट्टा खेलने के कारण पैदा हुये आर्थिक संकट से उबरने के लिये कारोबारी से रंगदारी वसूलने का प्लान बनाया था.
आरोपी ने अपने रिश्तेदार को किया साजिश में शामिल
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि डॉ. ध्रुव मीणा और पीड़ित मदनलाल जैन में गहरी दोस्ती थी. वे दोनों सट्टा खेलते थे. इसमें डॉ. ध्रुव को लाखों रुपए मदनलाल जैन को देने थे. ऐसे में आर्थिक कर्ज से उबरने और मदनलाल को देने वाली रकम उसी को धमकाकर वसूलने की साजिश डॉ. ध्रुव मीणा ने रची थी. इसमें उसने अपने रिश्तेदार अनिल मीणा को भी इस साजिश में शामिल कर लिया.
कारोबारी को पत्र देने के दौरान कार में बैठा रहा आरोपी
डॉ. ध्रुव अपने रिश्तेदार अनिल के साथ मंगलवार सुबह पौने 11 बजे पत्रकार कॉलोनी में एक अपार्टमेंट में रहने वाले मदनलाल जैन के घर के बाहर पहुंचा. कार को कुछ दूर पहले ही रोका. उसमें डॉ. ध्रुव कार में बैठा रहा. उसने अनिल मीणा को मदनलाल के घर भेजा. अनिल ने बाहर मौजूद मदनलाल के बेटे को बंद लिफाफा दिया और वहां से चला गया.
पत्र के साथ दो राखियां और एक कारतूस भेजा गया था
मदनलाल ने जब लिफाफा खोला तो उसमें दो राखियां और एक कारतूस मिला. पत्र में 30 लाख रुपये की रंगदारी वसूलने की धमकी देते हुए रकम को विधानसभा के पास वाली गली में पहुंचाने को कहा गया था. ऐसा नहीं करने पर मदनलाल जैन और उसके परिवार को मार डालने की धमकी दी गई थी. उसके बाद मामला मुहाना पुलिस तक पहुंचा. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुये महज कुछ घंटों में केस का खुलासा कर दिया.
