चेन्नई। तमिलनाडु के कुंबकोणम में सोमवार को राज्य के एक मंत्री के काफिले को गुजरने देने के लिए एक एंबुलेंस एवं अन्य गाड़ियां कुछ देर के लिए रोक दी गयीं। चेन्नई से करीब 293 किलोमीटर दूर कुंबकोणम में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंत्री का वाहन प्राचीन एनाईकराई पुल पर करीब एक किलोमीटर की दूरी तय कर चुका था इस पुल पर वाहनों को एक समय में एक ही दिशा में जाने की अनुमति होती है।
उन्होंने कहा आम तौर पर एक वक्त पर एक ही तरफ से वाहनों को एनाईकराई पुल पार करने दिया जाता है और विपरीत दिशा से आ रही गाड़ियों को प्रवेश या निकास स्थल पर इंतजार करवाया जाता है। इस खंड पर पुलिस के साथ तालमेल से यातायात का प्रबंधन किया जाता है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा कि आज मंत्री का वाहन पूरा पुल पार कर चुका था और वह अरिकामेडू गांव की ओर जाने के लिए मुड़ने वाला था तभी विपरीत दिशा से एंबुलेंस आ गया।
उन्होंने स्पष्ट किया वर्तमान यातायात व्यवस्था के अनुसार एंबुलेंस समेत सभी वाहन कुछ मिनटों के लिए रोक दिये गये ताकि आमने-सामने की संभावित टक्कर रोकी जा सके। अधिकारी ने कहा कि लेकिन तंजावुर की पुलिस अधीक्षक जी रावली प्रिया ने इस घटना पर स्थानीय पुलिस पर सफाई मांगी है। उन्होंने दावा किया प्राथमिकता हमेशा मरीजों को ले जा रहे एंबुलेंस को दिया जाता है लेकिन इस मामले में जब काफिला करीब करीब पुल के दूसरे छोर पर पहुंच गया था तब एंबुलेंस पुल पर चढ़ने वाला था।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें एंबुलेंस से सायरन की आवाज निकल रही है और एक पुलिसकर्मी (कांस्टेबल) ने उसे रोक रखा है। वीडियो में वह कांस्टेबल उस वाहन को सलाम करता नजर आ रहा है जिससे स्कूल शिक्षा मंत्री अनबिल महेश पोय्यामोझी कथित रूप से जा रहे थे। मंत्री के काफिले में दर्जन भर से अधिक गाड़ियां थीं। काफिले के गुजर जाने तक एंबुलेंस को इंतजार कराया गया।
