BMC चुनाव के लिए शिंदे-फडणवीस ने MVA सरकार के फैसले को पलटा

BMC चुनाव के लिए शिंदे-फडणवीस ने MVA सरकार के फैसले को पलटा

महाराष्ट्र सरकार ने आगामी निकाय चुनावों के लिए बड़ा फैसला लिया है. राज्य में बनी शिंदे-फडणवीस सरकार लगातार नए फैसले लेकर सुर्खियों में बनी हुई है. राज्य सरकार के दो सदस्यीय मंत्रिमंडल ने पिछली एमवीए सरकार के बीएमसी में पार्षदों की संख्या को 236 तक बढ़ाने के फैसले को पलट दिया है. बीएमसी में पार्षदों की संख्या अब 227 रहेगी. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक वार्ड की सीमाएं 2017 के रूप में वापस आ जाएंगी. लेकिन एससी एसटी ओबीसी और महिलाओं के लिए वार्डों को अंतिम रूप देने के लिए नई लॉटरी निकाली जाएगी. राज्य मंत्रिमंडल ने सभी स्थानीय निकायों के लिए सीटों में की गई वृद्धि के फैसले को पलट दिया है. बीएमसी चुनाव अक्टूबर में होंगे और यह समय पर कराया जाएगा.


मालूम हो कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने आरोप लगाया था कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ने चुनावों में सत्तारूढ़ शिवसेना को लाभ पहुंचाने के लिए बीएमसी में सीटों की संख्या में वृद्धि की. इसके साथ ही वार्ड की सीमाओं को भी बढ़ाया. एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस सरकार के दो सदस्यीय कैबिनेट के समक्ष रखे गए एक प्रस्ताव में कहा गया है कि ताजा जनगणना के अभाव में स्थानीय निकायों में पार्षद सीटों की संख्या बढ़ाना उचित नहीं है. 2021 की जनगणना कोविड महामारी के कारण नहीं हुई और यह कब आयोजित की जाएगी इस पर कोई स्पष्टता नहीं है.


वार्डों की संख्या में वृद्धि पर जताई गई थी आपत्ति 

साल 2017 के निकाय चुनावों के लिए वार्डों की संख्या 2011 की जनगणना पर आधारित थी. जब एमवीए सरकार ने स्थानीय निकायों के लिए सीटों की संख्या बढ़ाई तो कानून और न्यायपालिका विभाग ने उसी आधार पर वार्डों की संख्या में वृद्धि पर आपत्ति जताई थी. कहा गया था कि जब कोई जनगणना नहीं हुई तो वार्डों की संख्या कैसे बढ़ाई जा सकती है.


वहीं शिंदे-फडणवीस कैबिनेट ने महाराष्ट्र जिला परिषद अधिनियम में संशोधन के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी. ताकि सीटों की न्यूनतम संख्या को मौजूदा 55 के बजाय 50 और अधिकतम संख्या को मौजूदा 85 के बजाय 75 किया जा सके. इस संबंध में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को शिवसेना के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार की इस नीति को रद्द करने के लिए पत्र लिखने वाले कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा कि यह मुंबई कांग्रेस और मुंबई के लोगों के लिए बड़ी जीत है.

Leave a Reply

Required fields are marked *