तेलंगाना के महबूबाबाद जिले के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए आए 45 वर्षीय व्यक्ति को मृत मानकर शवगृह भेज दिया गया लेकिन बाद में वह जीवित पाया गया। स्वास्थ्य विभाग ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस घटना की जांच की जा रही है।
वह व्यक्ति जिसे मृत घोषित किया गया था, उसने बताया कि वह गुर्दे की बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल आया था लेकिन उसे भर्ती करने से मना कर दिया गया। ट्रक चालक के रूप में काम करने वाले व्यक्ति ने दावा किया, “मैं पांच दिन पहले महबूबाबाद आया था। मुझे गुर्दे की समस्या थी और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होना चाहता था लेकिन चिकित्सक ने मेरा आधार कार्ड न होने और मेरे साथ कोई परिचारक न होने के कारण इलाज करने से मना कर दिया। मेरे पास अपने गांव लौटने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए मैं दो दिनों तक अस्पताल परिसर में ही सोया।”
व्यक्ति ने दावा किया कि अस्पताल के एक कर्मचारी ने उसे देखा और शवगृह के सामने रखी एक बेंच पर लिटा दिया। बाद में बुधवार रात कुछ अज्ञात लोग उसे मृत समझकर शवगृह के अंदर ले गए।
पुलिस ने बताया कि शवगृह के कर्मचारियों से एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने की सूचना मिलने पर जब वे मौके पर पहुंचे और जांच की, तो पता चला कि वह व्यक्ति जीवित है। इसके बाद उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। व्यक्ति के इस दावे पर कि उसे मृत समझकर शवगृह के अंदर ले जाया गया था, एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि उसकी चिकित्सकों द्वारा जांच नहीं की गयी थी। उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।

 
	
	

