उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे की नमाज़ के बाद एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और कई लोगों को हिरासत में ले लिया। प्रदर्शनकारी आला हज़रत दरगाह और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा खान के आवास के बाहर इकट्ठा हुए थे और उनके हाथों में "आई लव मोहम्मद" लिखी तख्तियाँ थीं। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस इलाके में फ्लैग मार्च कर रही थी, तभी कुछ उपद्रवी नारे लगाते हुए सड़कों पर आ गए और पथराव करने लगे।
बरेली रेंज के आईजी अजय साहनी ने कहा कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और कुछ पथराव करने वालों की पहचान कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। उन्होंने कहा, "जैसा कि आप देख सकते हैं, प्रदर्शन के दौरान लोग सड़कों पर हैं, लेकिन स्थिति सामान्य बनी हुई है। सुबह से ही सभी से बातचीत हो रही है। नमाज़ पूरी हो चुकी है और कुछ लोग घर लौट गए हैं। कुछ लोग सड़कों पर नारे लगाते देखे गए, जिन्हें पुलिस ने वापस भेज दिया।" उन्होंने कहा कि जिन लोगों की पहचान हुई है, उनकी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आगे किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए दरगाह और मौलाना खान के आवास के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
महाराष्ट्र के बीड में आयोजित आई लव मोहम्मद कार्यक्रम के दौरान एक मुस्लिम धर्मगुरु ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कथित तौर पर भड़काऊ टिप्पणी की। इस संबंध में एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें मौलाना को सीएम योगी को दफनाने की खुली धमकी देते हुए देखा जा सकता है। सभा को संबोधित करते हुए, उन्हें यूपी के सीएम के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते भी देखा जा सकता है।