मंगलवार को भारत को एक अच्छी खबर मिली है। दरअसल, आनंदकुमार वेलकुमार ने इतिहास रचते हुए पहली बार स्पीड स्केटिंग में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया है। 22 वर्षीय आनंद ने सीनियर पुरुषों की 1,000 मीटर स्प्रिंट रेस 1:24.924 मिनट समय में पूरी कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया है।
कुछ दिन पहले ही उन्होंने 500 मीटर स्प्रिंट में 43.072 सेकंड का समय लेकर ब्रॉन्ज मेडल जीता था, जो भारत का सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में पहला मेडल था।
कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहे वेलकुमार
तमिलनाडु के रहने वाले वेलकुमार कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, गिंडी से कर रहे हैं। उनकी बड़ी बहन सुबी सुवेथा वेलकुमार भी भारतीय स्केटर हैं।
साल 2021 में वेलकुमार ने जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में 15 किलोमीटर प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीतकर किसी भी विश्व चैंपियनशिप में भारत को पहला पदक दिलाने वाले खिलाड़ी भी बने थे। वहीं 2 अक्तूबर, 2023 को हुए एशियाई खेलों में वह 3,000 मीटर रिले टीम का हिस्सा रहे जहां उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
6 साल की उम्र से कर रहे स्केटिंग
वेलकुमार ने मात्र 6 साल की उम्र में रोलर स्केटिंग शुरू की और घर के पास बैडमिंटन कोर्ट में कोच अन्ना राजा से ट्रेनिंग ली। शुरुआती दौर में उन्होंने जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की स्पीड स्केटिंग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और संतोषजनक नतीजे हासिल किए।
इन सफलताओं ने आनंद के मन में इस खेल को गंभीरता से अपनाने का संकल्प मजबूत किया। उस समय इस खेल को बहुत लोग जानते नहीं थे, लेकिन उन्होंने इसी खेल को अपनी पहचान बनाई।
आनंदकुमार वेलकुमार की इस उपलब्धि पर उन्हें हर कोई बधाई दे रहा है। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने भी उन्हें बधाई देते हुए कहा कि, स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 में सीनियर पुरुष 1,000 मीटर स्प्रिंट में गोल्ड मेडल जीतने वाले आनंदकुमार वेलकुमार पर गर्व है। उनके धैर्य, गति और जोश ने उन्हें स्केटिंग में भारत का पहला विश्व चैंपियन बनाया है। उनकी उपलब्धि अनगिनत युवाओं को प्रेरित करेगी। आनंदकुमार को बधाई और भविष्य के सभी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।