उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को कहा कि पहले राज्यमें बेटियां शाम पांच बजे के बाद बाहर निकलने से डरती थीं, लेकिन आज कानून-व्यवस्था के मजबूत ढांचे के कारण आधी रात को भी बेखौफ यात्रा कर सकती हैं।
पटेल ने मंगलवार को गोरखपुर जिले में स्थित 26वीं पीएसी बटालियन, पुलिस प्रशिक्षण केंद्र का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण किया। कैंटीन आदि का निरीक्षण करने के बाद, उन्होंने प्रशिक्षु महिला कांस्टेबल से बातचीत की।
उत्तर प्रदेश राजभवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि महिला कांस्टेबल ने राज्यपाल के साथ अपने अनुभव साझा किए। राज्यपाल ने महिला पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ उत्तर प्रदेश एक विशाल राज्य है, जिसमें 75 जनपद और 25 करोड़ से अधिक की जनसंख्या है। इन सभी की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखना आप सबकी जिम्मेदारी होगी।’’
राज्यपाल ने कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य सुरक्षा प्रबंधन सीखना, विभिन्न परिस्थितियों में कानून-व्यवस्था बनाए रखना और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता विकसित करना है। यही शिक्षा आगे चलकर प्रदेश व समाज में शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहायक सिद्ध होगी।
उन्होंने कहा कि सभी के लिए कानून समान है और जो व्यक्ति कानून को अपने हाथ में लेता है, उसके लिए दंड निश्चित है। जब कानून का कड़ाई से पालन होता है, तभी समाज में शांति स्थापित होती है।
पटेल ने निर्देश दिए कि प्रशिक्षण के दौरान महिला कांस्टेबलों का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) नियमित रूप से जांचा जाए और शरीर की आवश्यकता के अनुसार उन्हें संतुलित आहार उपलब्ध कराया जाए।