राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) विधायक रोहित पवार ने दावा किया है कि महाराष्ट्र सरकार के कुछ मंत्रियों ने इस डर से अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए हैं कि उनके फोन टैप किये जा रहे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आरोपों के समर्थन में सबूत पेश करने की मांग की।
रोहित पवार ने शुक्रवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘कुछ मंत्रियों से फोन पर सम्पर्क नहीं हो पा रहा है। ऐसी कानाफूसी चल रही है कि उन्होंने अपने फोन जासूसी के डर से बंद कर दिए हैं। आने वाले दिनों में पता चलेगा कि यह सच है या सिर्फ अफवाह।’’
कर्जत-जामखेड से दूसरी बार विधायक चुने गए रोहित पवार राकांपा (शरद चंद्र पवार) के महासचिव भी हैं। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हर किसी को आरोप लगाने का अधिकार है, लेकिन आरोपों के समर्थन में समय सबूत भी पेश किये जाने चाहिए। यह फोन टैपिंग का आरोप शिवसेना (उबाठा) के इस दावे के बीच आया है जिसमें कहा गया है कि राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना है और शिवसेना के पांच से छह मंत्रियों को हटाया जा सकता है।
इससे पहले एनसीपी (सपा) के प्रदेश महासचिव रोहित पवार ने गुरुवार को कहा था कि सांगली के ठेकेदार हर्षल पाटिल की मौत आत्महत्या नहीं, बल्कि भ्रष्ट व्यवस्था द्वारा की गई हत्या है। उन्होंने कहा, "कई अन्य ठेकेदारों को भी अभी तक भुगतान नहीं मिला है और वे आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। मैं उन सभी से अपील करता हूँ कि वे पाटिल जैसा कोई कठोर कदम न उठाएँ।" रोहित ने सरकार से ठेकेदारों के बकाया का वित्तीय रिकॉर्ड माँगा। उन्होंने राज्य सरकार पर परियोजनाओं के आवंटन में सरकारी ठेकेदारों की बजाय कुछ निजी ठेकेदारों को तरजीह देने का भी आरोप लगाया।