कोलकाता में लॉ कॉलेज की स्टूडेंट से गैंगरेप मामले के 3 आरोपियों को कोर्ट ने शुक्रवार को 10 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया. इसके साथ ही मेडिकल रिपोर्ट में भी रेप की पुष्टि हो चुकी है. इस मामले को लेकर अब बीजेपी सूबे ममता सरकार पर हमलावर हो चुकी है. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने राष्ट्रपति शासन लागू करने और सेना तैनात करने की मांग की है.
कोलकाता में कथित सामूहिक बलात्कार मामले में पश्चिम बंगाल के एलओपी और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा,”राष्ट्रपति शासन या अनुच्छेद 355 लागू किया जाना चाहिए, और सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाना चाहिए. जब तक आप ममता बनर्जी को सत्ता से बाहर नहीं करेंगे, तब तक ऐसा होता रहेगा. पूरी पार्टी बलात्कारियों, भ्रष्ट और राष्ट्र-विरोधी लोगों की है.”
ममता के शासन में महिलाएं नहीं सुरक्षित- अधिकारी
सुवेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा “ममता बनर्जी के शासन में, लड़कियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. यह पिछले 14 सालों से हो रहा है. बंगाल के लोगों को आगे आना चाहिए. चुनाव आयोग को भी चुनावों के दौरान होने वाली धोखाधड़ी, गुंडागर्दी और हिंदुओं को वोट देने से रोकने पर काम करना चाहिए.
अधिकारी ने कहा बीजेपी को सत्ता में आने के लिए राष्ट्रपति शासन की आवश्यकता नहीं है, बल्कि राष्ट्रपति शासन या अनुच्छेद 355 लागू किया जाना चाहिए और सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाना चाहिए. केवल चुनाव आयोग ज्ञानेश कुमार ही ऐसा कर सकते हैं. जब तक आप ममता बनर्जी को सत्ता से बाहर नहीं करेंगे, तब तक ऐसा होता रहेगा. पूरी पार्टी बलात्कारियों, भ्रष्ट और राष्ट्र-विरोधी लोगों की है.”
क्या है पूरा मामला?
कोलकाता के कस्बा इलाके में स्थित लॉ कॉलेज में लॉ स्टूडेंट से हुए गैंगरेप के मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 25 जून की शाम छात्रा कॉलेज गई थी, इसी दौरान आरोपी और पीड़िता के बीच बातचीत हुई थी. आरोपी ने छात्रा को शादी के लिए प्रपोज किया था. लेकिन, छात्रा ने इनकार कर दिया. बस इसी के बाद से दोनों के बीच बात बिगड़ गई.
छात्रा ने भागने की कोशिश की लेकिन मनोजीत के साथियों ने मेन गेट बंद कर दिया. इसके बाद करीब साढ़े तीन घंटे तक आरोपियों ने छात्रा के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. गैंगरेप के दौरान आरोपियों ने छात्रा का वीडियो भी बनाया. इसी मामले को लेकर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो चुकी है.