भारतीय क्रिकेट के धाकड़ बैटर्स में शुमार शिखर धवन अब अपनी आत्मकथा से धमाल मचाने जा रहे हैं. पूर्व क्रिकेटर ने आत्मकथा ‘द वन: क्रिकेट, माय लाइफ एंड मोर’ लिखी है. गब्बर ने इसमें अपने रिश्तों, दोस्तों और खुद से जुड़े विवादों को बेबाकी से जिक्र किया है. चाहे वह मैदान पर हो या मैदान के बाहर. शिखर धवन ने अपनी किताब के बारे में कहा, ‘क्रिकेट ने मुझे एक उद्देश्य दिया. इस सफर में उतारचढ़ाव थे तो कई खामोश लम्हे भी थे. मैं आज जो भी हूं, इन सबकी बदौलत हूं.’ यह किताब हार्पर कॉलिन्स इंडिया पब्लिकेशन से आ रही हे.
शिखर धवन ने अपनी किताब में लिखा, ‘जब मैं भारतीय टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहा था, तब सोशल मीडिया एकदम नया था. इस मीडियम पर क्रिकेटरों पर बहुत कम नजर रखी जाती थी. लेकिन प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अपनी पीक पर था. टीम चयन और खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर विस्तार से चर्चा होती थी. लेकिन आज जैसे नहीं जिसमें सोशल मीडिया क्रिकेटरों को रातोंरात ‘हीरो’ से ‘जीरो’ में बदल सकता है.’
धोनी में दिखता था बॉलीवुड हीरो
धवन ने भारतीय ड्रेसिंग रूम की शुरुआती यादें भी साझा की हैं. गब्बर ने यह भी लिखा कि जब उन्होंने पहली बार महेंद्र सिंह धोनी को देखा तो उन्हें बॉलीवुड फिल्म में कास्ट करना चाहता थे. वे लंबे बाल और प्यारी मुस्कान के साथ किसी फिल्म स्टार की तरह दिखते थे.
नींद की गोली ली ताकि सो सकूं
शिखर धवन को पहली बार तीन वनडे मैच की सीरीज के लिए चुना गया था. इसमें कोच्चि में पहला और मडगांव में तीसरा मेच बारिश से धुल गया था. उन्होंने लिखा, ‘कोच्चि वनडे मैच से पहले मैं बहुत नर्वस था. पूरी रात सो नहीं सका था. जब मैं सुबह उठा तो बारिश हो रही थी, जिस कारण मैच नहीं हो सका. विजाग में दूसरे वनडे से पहले भी मेरी हालत खराब थी. मैं डेब्यू को लेकर नर्वस था. फिर मैंने नींद की गोली ली ताकि सो सकूं.’
0 पर आउट हो गए थे गब्बर
शिखर धवन लिखते हैं, ‘भारत ने टॉस जीता और ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग की. मेरा डेब्यू मैच शुरू हो चुका था. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की और 289 रन बनाए. धवन ने मुरली विजय के साथ ओपनिंग की लेकिन वे पहले ही ओवर में बिना खाता खोले बोल्ड हो गए.’ धवन ने आगे लिखा, ‘मैं क्रीज से मुस्कान के साथ लौटा. लेकिन अंदर से खुद को जोर से लताड़ रहा था.’