हेडिंग्ले टेस्ट में तीनों दिन जबरदस्त क्रिकेट देखने को मिला. पहले दिन भारतीय बल्लेबाजों ने महफिल लूटी तो दूसरे और तीसरे दिन भारतीय पेसर्स का प्रदर्शन और टीम की फील्डिंग चर्चा में रही.
विराट कोहली का तेवर भले ही टीम के साथ न हो. रोहित शर्मा का कूल अंदाज ड्रेसिंग रूम मिस कर रहा हो पर मैदान पर ऐसे कुछ भी नजर नहीं आ रहा. क्योंकि पहले दो दिन में भारत के युवा बल्लेबाजों ने जो किया, उससे पहले इंग्लिश क्रिकेट जानकार सदमें में आ गए और बाद में जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी नें इंग्लैंड के समर्थकों को मजबूर कर दिया कि वो अपना आपा खो दें.
भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने भी इंग्लैंड के फैंस को मौका दिया कि वो उनकी हूटिंग कर पाए. मैच के दूसरे और तीनों दिन भारतीय टीम के फील्डिंग का स्तर इतना खराब था कि इंग्लैंड के फैंस स्टैंड से टीम इंडिया की जगह गेट वे ऑफ इंडिया कह कर बुमराह समेत सबको चिढ़ाते नजर आए
जब छूटा चौका तब मिला इंग्लिश फैंस को मौका
गेट वे ऑफ इंडिया चिल्लाने की शुरुआत टेस्ट मैच के तीसरे दिन से हो गई जब थर्डमैन मैन पर खड़े जसप्रीत बुमराह के पैरों के बीच से एक गेंद बाउंड्री पार चली गई. स्टैंड में बैठे तब कई इंग्लिश फैंस ने गेटवे ऑफ इंडिया कह कर चिढ़ाना शुरु कर दिया. तीसरे दिन का जब खेल शुरु हुआ तो हर गेंद के बाद स्टैंड के एक खेमे से लगातार आवाज आती रही कि टीम इंडिया हैव लॉट्स आफ गेट वे ऑफ इंडिया. यानि टीम में खराब फील्डिंग करने वाले खिलाड़ियों की भरमार है.
गिल को बदलनी पड़ी बुमराह की जगह
इस घटना से पहले जडेजा से भी एक कैच छूटा था तो बुमराह जब भी बाउंड्री पर ओवर पूरा करके जाते तो फैंस उनसे मजे लेते हुए पूछते थे कि उनमें और जडेजा में बेहतर फील्डर कौन है. बुमराह ने कई बार पलटवार भी किया और फिर अंत में बहुत ज्यादा विवाद बढ़ ना जाए इसलिए कप्तान गिल ने बुमराह की जगह बदल दी.
फील्डिंग में फेल टीम इंडिया
पिछले कुछ सालों में सबसे खराब फील्डिंग हेडिंग्ले में देखने को मिली. इंग्लैंड की टीम जब बैटिंग के लिए आई तब भारतीय टीम ने सबसे पहला कैच बेन डकेट का छोड़ा. उस वक्त डकेट 15 रन पर बैटिंग कर रहे थे और जडेजा ने उनका कैच ड्रॉप किया था. अंत में वह 62 रन बनाकर आउट हुए. ऐसे में यहां टीम इंडिया को 47 रनों का नुकसान हुआ. इसके बाद अगला कैच ओली पोप का यशस्वी जायसवाल ने छोड़ा. पोप उस वक्त 60 रन पर खेल रहे थे. जीवनदान मिलने के बाद पोप ने शतक लगा दिया और वह 106 रन बनाकर आउट हुए. यहां भी टीम इंडिया को 46 रनों का नुकसान उठाना पड़ा.
भारत ने टपकाए कुल 5 मैच
जब ब्रूक 46 रन पर खेल रहे थे, तब ऋषभ पंत ने विकेट के पीछे उनका कैच छोड़ा. इसके बाद 82 रन के निजी स्कोर पर ब्रूक को एक मौका मिला जब बुमराह की गेंद पर जायसवाल ने उनका एक और कैच छोड़ा. आखिर में वह 99 रन बनाकर प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर आउट हुए. इस तरह से भारतीय टीम को यहां भी 99 रन का नुकसान हुआ. कुल मिलाकर देखें तो पांच कैच और एक नो बॉल की वजह से शुभमन गिल की टीम को 192 रन का नुकसान झेलना पड़ा. फील्डिंग में फेल होने की वजह से टीम इंडिया बड़ी बढ़त नहीं ले पाई नहीं तो क्या पता मैच के चौथे दिन हम जीत की चर्चा कर रहे होते.