हमें ईरान के साथ खड़ा होना चाहिए, कांग्रेस ने केंद्र की चुप्पी पर उठाए सवाल

हमें ईरान के साथ खड़ा होना चाहिए, कांग्रेस ने केंद्र की चुप्पी पर उठाए सवाल

22 जून को अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करके दुनिया में टेंशन बढ़ा दी है. इस हमले की दुनिया में निंदा हो रही है. भारत सरकार के रुख पर कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए नाराजगी जाहिर की है. कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा, “कांग्रेस ने हमेशा आजादी से पहले भी क्रांतिकारी कदम उठाए हैं. जब आजादी मिली उसके बाद भी क्रांतिकारी कदम उठाए, देश को सोच दी. आज देखिए दुनिया में क्या हो रहा है? ईरान और इजराइल का युद्ध हो रहा है, जिसमें अमेरिका भी अचानक से मैदान में आ जाता है और भारत कुछ बोल नहीं पा रहा.”

दुनिया के दूसरे देश देख रहे होंगे की भारत क्या कहता है?

अशोक गहलोत ने आगे कहा, “इंदिरा गांधी के कार्यकाल में गुटनिरपेक्ष आंदोलन शुरू हुआ था. आज सरकार की विदेश नीति ऐसी है कि वो लोगों को समझ नहीं आ रही. ऑपरेशन सिंदूर के समय कोई देश हमारे साथ क्यों नहीं आया? पाकिस्तान के साथ में दो-तीन मुल्क हो गए. हमारा मित्र रूस भी चुप हो गया. हमारे देश की अलग पहचान है. हमारी जिम्मेदारी है कि हम उसे निभाएं. दुनिया के दूसरे देश देख रहे होंगे की भारत क्या कहता है? उस वक्त अगर हमारे देश की विदेश नीति कन्फ्यूज हो जाए तो कितने दुर्भाग्य की बात है. आज भी देश को कांग्रेस की नीतियों और कांग्रेस की जरूरत है. आज जरूरत है कि देश कैसे एक रहे.”

हमें ईरान के साथ खड़ा होना चाहिए’

वहीं, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि हमें ईरान के साथ खड़ा होना चाहिए. ईरान हमारा पुराना दोस्त है. हमारे ईरान के साथ व्यापारिक और सांस्कृतिक रिश्ते हैं. ईरान की जड़े हिंदुस्तान से हैं. इसलिए हमें ईरान के साथ मजबूती से खड़ा होना चाहिए. ईरान ने हमेशा हर तरह से हमारा साथ दिया है. इसलिए हमें इस मुश्किल वक्त में ईरान के साथ खड़ा होना चाहिए.

‘ईरान पर हमला अमेरिका की दादगिरी’

इमरान मसूद ने आगे कहा कि ईरान ने हमला नहीं किया, ईरान के ऊपर हमला हुआ है. जब ईरान ने कहा था कि सभी न्यूक्लियर कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की निगरानी में हैं आप आकर जांच कर लें. इसके बावजूद अगर हमला किया जा रहा है तो यह पूरी तरह से दादागिरी है. इस दादागिरी के खिलाफ सभी को एकजुट होकर जवाब देना चाहिए. ईरान हमेशा हमारे बुरे वक्त में हमारे साथ रहा है तो हमें ईरान के साथ मजबूती के साथ खड़ा होना चाहिए. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया के जरिए ईरान पर हमले की जानकारी दी. चारों तरफ इस हमले की निंदा हुई. इसको लेकर विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं.

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