नई दिल्ली: बेन स्टोक्स ने हेडिंग्ले में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में गेंदबाजी करने का फैसला किया था. पूर्व इंग्लैंड कप्तान माइकल वॉन बेन स्टोक्स के भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में पहले गेंदबाजी करने के फैसले से ‘हैरान’ थे. वॉन का मानना था कि सूखी पिच और धूप में पहले बल्लेबाजी करना ‘आसान’ फैसला था, लेकिन स्टोक्स ने आंकड़ों और इतिहास को ज्यादा महत्व दिया और गेंदबाजी का फैसला कर लिया.
वॉन ने बीबीसी के टेस्ट मैच स्पेशल पर कहा, “मैं थोड़ा पुरानी सोच का हूं, खासकर लीड्स में जब धूप होती है, तो यह एक आसान फैसला होता है, खासकर टेस्ट मैच की तैयारी और पिच की स्थिति को देखते हुए. मैं हैरान था… जब मैंने सुना कि वह पहले गेंदबाजी करने जा रहे हैं. मैंने सोचा कि ट्रेंड को खत्म कर दिया गया. मुझे पता है कि इंग्लैंड ने हाल के समय में यहां पीछा करते हुए कई बार जीत हासिल की है, लेकिन आपको हमेशा उस समय के हिसाब से निर्णय लेना होता है.”
वॉन ने कहा कि स्टोक्स की ‘आंतरिक भावना’ इस बार काम नहीं आई. “आप इंग्लैंड की टीम की ताकत देखें, तो वह वास्तव में बल्लेबाजी में है. बेन के पास एक आंतरिक भावना थी, मुझे लगता है, और हाल के समय में यह काम किया है.” बता दें कि इंग्लैंड के पास स्टोक्स के दो विकेट और ब्राइडन कार्स का एक विकेट था. ये तीनों भारतीय बल्लेबाजों की अनजाने में की गई गलतियों के कारण मिले.
टॉस के समय स्टोक्स ने कहा कि वह शुरुआती परिस्थितियों का फायदा उठाना चाहते थे, जबकि भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने भी कहा कि वह पहले गेंदबाजी करना पसंद करते. लेकिन पिच जल्दी ही स्थिर हो गई और बल्लेबाजों ने इसका पूरा फायदा उठाया. गिल 127 (175) पर नाबाद रहे, जबकि ऋषभ पंत (65 रन, 102 गेंद) ने उनका साथ दिया.