क्या प्रीति जिंटा के हाथ से निकल जाएगी पंजाब किंग्स, घटती जा रही है टीम में उनकी भागीदारी

क्या प्रीति जिंटा के हाथ से निकल जाएगी पंजाब किंग्स, घटती जा रही है टीम में उनकी भागीदारी

IPL में पंजाब टीम का नाम जेहन में आते ही सिर्फ एक चेहरा जेहन में आता है और वो है टीम की 2008 से ओनर रही प्रीति जिंटा, समय के साथ टीम का नाम बदला, जर्सी बदली, खिलाड़ी बदले , कप्तान बदला पर क्या मजाल जो प्रीति जिंटा अपनी जगह से टस से मस हुई हो. हर सीजन में नए जोश उत्साह और चेहरे पर मुस्कान लिए वो मैदान पर होती है. टीम का वजूद बनाए रखने के लिए प्रीति जिंटा ने वो सब किया जो एक फ्रेंचाइज ओनर को करना चाहिए. प्रीति जिंटा और उनके सह-मालिक नेस वाडिया ने मिलकर 2008 में इस टीम को खरीदा था. प्रीति ज़िंटा का शेयर कुल टीम के मालिकाना हक में लगभग एक चौथाई (24%) है, जबकि बाकी का हिस्सा अन्य निवेशकों और मालिकों के पास है. हालांकि आईपीएल टीमों के मालिकाना हिस्से में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं, लेकिन इस समय के अनुसार प्रीति ज़िंटा की भागीदारी 23-24% के आसपास मानी जाती है. यानि धीरे धीरे निवेशकों का प्रभाव इस टीम पर बढ़ना शुरु हो चुका है. पंजाब किंग्स के लिए प्रीति कुछ भी करेगी प्रीति ज़िंटा ने जब टीम खरीदा तो वो बॉलीवुड में वो टॉप पर थी. , प्रीति ने 2008 से इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान क्रिकेट के प्रति अपने प्यार और समर्थन को एक नए स्तर पर पहुँचाया. उन्होंने पंजाब किंग्स जो पहले किंग्स XI पंजाब के नाम से जाना जाता था उसकी सह-मालकिन के रूप में अपनी भागीदारी की घोषणा की थी. प्रीति की यह भागीदारी केवल एक व्यवसायिक कदम नहीं थी, बल्कि इसके साथ-साथ उन्होंने अपनी क्रिकेट के प्रति रुचि और अपने राज्य पंजाब के प्रति प्यार को भी दर्शाया. आइए, प्रीति ज़िंटा की पंजाब किंग्स में भागीदारी के बारे में विस्तार से जानते हैं. प्रीति के पेशेंस का जवाब नहीं प्रीति ज़िंटा की टीम किंग्स XI पंजाब का आईपीएल के पहले सीजन में अच्छा प्रदर्शन था. हालांकि, टीम कभी भी आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीत पाई, लेकिन प्रीति ने हमेशा टीम के खिलाड़ियों और उनके प्रयासों का समर्थन किया. वह अक्सर मैचों के दौरान मैदान पर टीम के खिलाड़ियों के साथ नजर आती थीं और उनके उत्साह को बढ़ाने का काम करती थीं। उनकी सक्रिय उपस्थिति ने टीम के लिए एक सकारात्मक वातावरण तैयार किया. प्रीति ज़िंटा ने टीम के लिए अपनी प्रतिबद्धता को हमेशा स्पष्ट किया. वह अक्सर टीम के मैचों में सक्रिय रूप से भाग लेती थीं और खिलाड़ियों के साथ तस्वीरें खिंचवाती थीं. उनका मैदान पर उत्साह और ऊर्जा टीम के लिए प्रेरणादायक साबित होती थी. इसके अलावा, वह खिलाड़ियों के निजी जीवन में भी समर्थन करती थीं, जो एक सह-मालकिन के रूप में उनके सामर्थ्य और समझ को दर्शाता है. पंजाब किंग्स के लिए प्रचार और ब्रांडिंग प्रीति ज़िंटा का योगदान सिर्फ टीम के मालिक के रूप में ही नहीं, बल्कि टीम के प्रचार और ब्रांड के निर्माण में भी अहम था. 2021 में, किंग्स XI पंजाब ने अपना नाम बदलकर “पंजाब किंग्स” रखा, जो टीम के नए लक्ष्य और दृष्टिकोण को दर्शाता था. यह बदलाव टीम के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक था, और प्रीति ज़िंटा ने इस नए नाम को लेकर अपने विचार साझा किए थे. उन्होंने इसे टीम के भविष्य के प्रति एक सकारात्मक संकेत माना और अपने प्रशंसकों से समर्थन की उम्मीद जताई. उनकी पॉपुलैरिटी और प्रसिद्धि का फायदा टीम को हुआ, क्योंकि उनकी मौजूदगी ने किंग्स XI पंजाब को एक बड़े ब्रांड के रूप में स्थापित किया. प्रीति के मीडिया में सकारात्मक चित्रण और उनके प्रायोजकों के साथ अच्छे संबंधों ने टीम को एक अच्छे बिजनेस मॉडल के रूप में स्थापित करने में मदद की. हालांकि प्रीति ज़िंटा आईपीएल के मौजूदा सीज़न में भी टीम की सह-मालकिन हैं, उनका मैदान पर आना कम हो गया है. यह उनकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं और फिल्मों के प्रति समय देने का परिणाम हो सकता है, लेकिन उनकी टीम के प्रति वफादारी और प्रेम अभी भी बरकरार है. वे टीम के लिए अपनी पूरी समर्थन और प्यार देती हैं.

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