बिहार के गोपालगंज पुलिस ने लूट की घटना में असफल होने पर स्वर्ण व्यवसायी से मांगी गयी 50 लाख रुपये की रंगदारी व हत्या की साजिश का भंडाफोड़ कर दिया है. इस मामले में पटना व बनारस से दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. वारदात की साजिश बिहार की सबसे सुरक्षित जेल कही जाने वाली बेउर जेल के अंदर से रची गयी थी गिरफ्तार अपराधियों में पटना के बेलवागंज गांव के रौशन कुमार उर्फ समीर कुमार और गोपालगंज के एकडेरवा गांव के विरप्रताप उर्फ खीरमोहन शामिल हैं.
सदर एसडीपीओ प्रांजल ने बताया कि 8 नवंबर की दोपहर शहर के व्याहुत स्वर्ण महल दुकान पर फायरिंग कर लूट का प्रयास किया गया था. लूट की घटना में असफल होने पर व्यवसायी विकास कुमार के मोबाइल पर फोन कर 50 लाख की रंगदारी मांगी गई थी. रंगदारी नही देने पर हत्या की साजिश रची गयी थी. इस वारदात की साजिश बिहार के सबसे बड़े बेउर जेल के अंदर रची गयी थी.
एसडीपीओ ने बताया कि व्यवसायी से रंगदारी मांगने की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने रंगदारी मांगने वाले मोबाइल को बरामद कर दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार कर एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. गिरफ्तार अपराधियों के पास से रंगदारी में प्रयुक्त मोबाइल एवं सिम कार्ड भी बरामद कर लिया गया है. गिरफ्तार दोनों अपराधियों पर कई मामले दर्ज हैं. पुलिस इनका आपराधिक इतिहास भी खंगालने में जुट गई है.