गहलोत-पायलट लड़ाई पर राजस्थान सहप्रभारी की चुप्पी, राठौड़ बोले- यह पार्टी का इंटर्नल मामला

गहलोत-पायलट लड़ाई पर राजस्थान सहप्रभारी की चुप्पी, राठौड़ बोले- यह पार्टी का इंटर्नल मामला

राजस्थन विधानसभा चुनाव में अब करीब 6 माह का समय बचा है। इससे पहले कांग्रेस, बीजेपी अपनी जमीनी हालात का फीडबैक ले रही है। शुक्रवार शाम को AICC के सचिव व राजस्थान कांग्रेस के सहप्रभारी ने बाड़मेर जिला कांग्रेस कमेटी की मीटिंग और समीक्षा करने के साथ कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली। रात के समय ब्लॉक, मंडल अध्यक्षों के साथ वन-टू-वन फीडबैक लिया। मीटिंग में पायलट गुट के मंत्री हेमाराम चौधरी सहित कांग्रेस विधायक, जिला प्रमुख, प्रधान जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। सह प्रभारी ने आगामी विधानसभा चुनाव में एकजुटता का मंत्र दिया। मीडिया से बातचीत में सीएम गहलोत और पायलट के बीच खींचतान के सवाल पर चुप्पी साधते हुए कहा कि यह हमारे परिवार का आतंरिक मामला है। सुलझाने का प्रयास कर रहे है।

दरअसल, कांग्रेस राजस्थान में रिपिट सरकार बनाने का दावा कर रही है। कांग्रेस बीते कुछ माह से संगठन को मजबूत करने के लिए लगातार नियुक्तियों कर रही है। सह प्रभारी चुनावों की तैयारी के लिए लगातार जिलों का दौरा कर रहे है। लगातार कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से फीडबैक ले रही है। शुक्रवार को राजस्थान कांग्रेस के सह प्रभारी विरेंद्रसिंह एक दिवसीय दौर पर बाड़मेर आए। दोपहर बाद प्राइवेट होटल में जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की।

सह प्रभारी बोले- कहीं न कहीं साथियों में विभाजन है उसे खत्म करना होगा

सह प्रभारी विरेंद्रसिंह राठौड़ ने मीटिंग में कहा कि घर की लड़ाई घर में ही निपटानी होगी, उसे सड़क तक नहीं ले जाना चाहिए। कहीं न कहीं साथियों में विभाजन है, उसे खत्म करना होगा। परिवार को साथ लेकर चलने की जरूरत है। आपके पास चुनावी तजुर्बा है, फिर भी बाड़मेर कमजोर क्यों? इस पर हमें काम करना होगा। जिला कांग्रेस कमेटी की मीटिंग के बाद सर्किट हाउस में रात 9 बजे तक नेताओ व कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन मिले और फीडबैक लिया। मीटिंग में राजस्थान विरासत एवं संरक्षण् एवं संवर्धन प्राधिकरण के अध्यक्ष सुरेंद्रसिह जड़ावत, प्रदेश कांग्रेस के सचिव विशाल जागिड़, श्रवण पटेल, सुरेंद्रसिंह चुरू, मंत्री हेमाराम चौधरी, पंजाब कांग्रेस प्रभारी एवं बायतु हरीश चौधरी, राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष विधायक मेवाराम जैन, विधायक अमीन खान, विधायक मदन प्रजापत, विधायक पदमाराम मेघवाल, जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी, सभापति दीपक माली और प्रधान मौजूद रहे।

राठौड़ ने कहा- कर्नाटक से हमें सीख लेनी होगी

राठौड़ ने मीटिंग स्पीच में कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य कांग्रेस कार्यकताटों से रूबरू होना और संगठन की समीक्षा करना है। चुनावी साल है, हमे निश्चित रूप से हमारे सीनियर नेताओं के साथ कांग्रेस को मजबूती प्रदान करेंगे। उन्होने कहा कि हमें कर्नाटक से हमें सीख लेनी होगी, वहां हमारे नेता राहुली की यात्रा का असर हुआ है। उन्हेोने कहा कि अगर कार्यकर्ता एकजुट रहेंगे तो दिल्ली से फैसले लेने की जरूरत नहीं होगी।

सह प्रभारी विरेंद्र राठौड़ का पायलट व गहलोत लड़ाई पर चुप्पी, कहा यह पार्टी का इंटर्नल मामला

राजस्थान सह प्रभारी विरेंद्र राठौड़ ने मीडिया से बातचीत करने दौरान पायलट व गहलोत के बीच चल रहे रहे खींचतान के सवाल पर चुप्पी साध ली। उन्होने इतना जरूर कहा कि यह हमारी पार्टी का इंटर्नल मामला है, जिसे हमे सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं कर सकते है। मुझे लगता है यह हर पार्टी में होता है, उस पर पार्टी का अधिकार रहता है। पारिवारिक मामले को जल्द सुलझाने का प्रयास कर रहे है। सचिन पायलट के 15 दिन के अल्टीमेटम के सवाल पर कहा कि सब ठीक है, उन्होने कोई बात कहीं है तो उसकी भी समीक्षा होगी। चुनाव की तैयारी के सवाल पर कहा कि हम मजबूती से तैयारी कर रहे है। संगठनात्मक बदलाव मई तक करेंगे। कांग्रेस की सरकार राजस्थान में बेहतरीन काम कर रही है। महंगाई से राहत दिलाने में कई तरह के कार्य किए है। पूरी उम्मीद है कि संगठन मजबूती से काम कर रहा है। जहां-जहां कमियां है, उसे दूर किया जाएगा। ब्लॉक स्तर पर मीटिंग शुरू होगी।

मंत्री हेमाराम चौधरी बोले- परिवार में मनमुटाव होता है, उसे दूर करना आवश्यक

मंत्री हेमाराम चौधरी ने अपने स्पीच में कहा कि जब से समझने लगा हूं तब से कांग्रेस के साथ हूं और हमेशा का ही सोचा है। अब कांग्रेस मजबूत कैसे हो? इस पर काम करना है। कांग्रेस परिवार है, कुछ मनमुटाव हो जाता है, लेकिन उसे दूर करते है तभी परिवार साथ चल सकता है। आप सभी आए हो, जो भी आदेश होगा, वहीं काम करेंगे। मैंने जो भी काम किया है वो सब आपके सामने है। आगे सब मिलकर बैठकर करेंगे तो पार्टी मजबूत होगी और लेकिन आप कोई भी आदमी को अछूत मानोंगे तो फिर अछूत के साथ कैसे काम करोंगे और रह पाएंगे। कार्यकर्ताओं की मनमुटाव की वजह से किसका अहित हो रहा है, उसे भी देखना होगा। कार्यकर्ताओं की मजबूती आवश्यक है, वह भी सोचते कि हमें भी मौका मिले। छह माह बाद चुनाव है, मैंने पहला चुनाव 1980 में लड़ा था, अब उम्र भी 80 पार हो गई है। अब हमारा परिवार चुनाव लड़े तो क्या कार्यकर्ता सिर्फ सेवा ही करेंगे। कार्यकर्ताओं की भी इच्छा होती है।

विधायक अमीन खान बोले- ऊपर व नीचे सलाह हुई तो सातों सीटे धरी रह जाएगी

विधायक अमीन खान ने अपनी स्पीच में कहा कि मंत्री और पदाधिकारी किसी तरह बयान दे रहे है, कोई नियंत्रण नहीं। यह बात मैंने जयपुर में कही थी, शायद उन्होंने मेरी बात को इग्नोर किया, हम गलत नहीं कहते है। इस साल बाड़मेर में सात उम्मीदवार तय करेंगे , हमारी ओर से पूरा आपको अधिकार है। लेकिन इसमें कार्यकर्ताओं व चुने गए पदाधिकारियों से सलाह से उम्मीदवार तय करोंगें तो सभी जीत जाएंगे, अगर ऊपर व नीचे की सलाह ली तो सात सीट की बातें धरी रह जाएगी और सात की जगह दो ही जाएंगे। यह जिम्मेदारी राठौड़ साहब आपकी है। तराजू पर तोलकर टिकट देना। उन्होने कहा कि जालोर, पाली, व सिरोही की हालात क्या है और आप रिपीट की बात कर रहे है, लेकिन सुधार की आवश्यकता है।

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