भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक भारत की 3 दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। उनकी द्विपक्षीय वार्ता से पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगवानी की। दोनों नेताओं के बीच बैठक को एक अवसर के रूप में देखा जा रहा है। द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति का भंडार। विदेश मंत्रालय (MEA) के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर पर दोनों नेताओं के बीच बैठक की जानकारी दी।
इससे पहले दिन में भूटान नरेश ने राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने राजघाट पर विजिटर्स बुक में हस्ताक्षर भी किए। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर पर लिखा कि बापू की स्थायी विरासत को श्रद्धांजलि! महामहिम भूटान नरेश ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इससे पहले उन्होंने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात की थी।
राजा के साथ भूटान के विदेश मंत्री डॉ टांडी दोरजी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी आ रहे हैं। विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक बयान में कहा, किंग वांगचुक की यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित रूप से उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान की लंबे समय से चली आ रही परंपरा को ध्यान में रखते हुए है।