वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह के खिलाफ जहां पंजाब पुलिस द्वारा बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा रही है, वहीं अब खबर है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने ऑपरेशन अमृतपाल सिंह मामले में एंट्री ले ली है। मिली जानकारी के मुताबिक अमृतपाल मामले की जांच के सिलसिले में एनआईए की 9 टीमें जालंधर, तरनतारन, गुरदासपुर और अमृतसर पहुंच चुकी हैं। एनआईए अमृतपाल और उसकी ब्रिगेड के आईएसआई के साथ संबंधों की जांच कर रही है।
वहीं वारिस पंजाब के संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह आज भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका हैं। पंजाब पुलिस पूरे राज्य में उसकी तलाश कर रही है। वहीं अमृतपाल सिंह के चाचा को पंजाब से असम की डिब्रूगढ़ सेंटर जेल भेज दिया गया है। इसके साथ ही आज दोपहर 12 बजे के बाद पंजाब के कुछ इलाकों में इंटरनेट शुरू हो जाएगा। उधर, खुफिया एजेंसियों की जांच में यह खुलासा हुआ है कि अमृतपाल को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जार्जिया में हथियारों के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया था। पंजाब आने से पहले वह दुबई से जॉर्जिया गया था। उनकी आनंदपुर खालसा फोर्स (एकेएफ) बनाने की तैयारी भी इसी ट्रेनिंग का हिस्सा थी। पंजाब और देश का माहौल खराब करने के लिए उन्हें जॉर्जिया में पूरी ट्रेनिंग दी गई।
अमृतपाल के सभी समर्थकों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें पंजाब से बाहर की जेलों में भेजा जा रहा है। अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से ज्यादातर जेल देश के दक्षिणी हिस्से में हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि पंजाब में माहौल तनावपूर्ण न हो और अमृतपाल सिंह का नेटवर्क पूरी तरह से टूट सके।