बिहार में मुस्लिम धर्म के सरकारी सेवकों के लिए माह-ए-रमजान में बड़ा तोहफा मिला है। राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने कहा कि बिहार सरकार ने मुस्लिम कर्मचारियों और अधिकारियों को निर्धारित समय से एक घंटे पहले कार्यालय आने और निर्धारित समय से एक घंटे पहले कार्यालय छोड़ने की अनुमति दी है। प्रशासन विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में एक सर्कुलर जारी किया है। सरकार ने मुस्लिम कर्मचारियों और अधिकारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। रमज़ान इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना है, जिसमें लगभग 30 दिनों तक कठोर उपवास करना शामिल है। सर्कुलर में आगे कहा गया है कि सरकार का आदेश हर साल रमजान के महीने के दौरान स्थायी रूप से प्रभावी रहेगा।
अब इसको लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों के सर्कुलर के जवाब में, बीजेपी नेता अरविंद कुमार सिंह ने मांग की कि बिहार सरकार चैती नवरात्र और रामनवमी के त्योहार के दौरान हिंदू कर्मचारियों के लिए भी इसी तरह का सर्कुलर जारी करे। दूसरी ओर राजद और जद (यू) ने इस कदम का स्वागत किया है। राजद नेता एजाज अहमद ने कहा कि यह देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को मजबूत करने में काफी मददगार साबित होगा। जनता दल यूनाइटेड के नेता सुनील कुमार सिंह ने कहा कि इस कदम से मुस्लिम कर्मचारियों को शाम को उपवास तोड़ने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा और काम भी प्रभावित नहीं होगा क्योंकि वे निर्धारित कार्य समय से एक घंटे पहले कार्यालय आएंगे।