अफगानिस्तान: ISIS और तालिबान आमने-सामने; काबुल में IS खुरासान का चीफ मारा गया

अफगानिस्तान: ISIS और तालिबान आमने-सामने; काबुल में  IS खुरासान का चीफ मारा गया

काबुल: आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस को बड़ा झटका लगा है. तालिबान लड़ाकों ने सोमवार देर रात इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस के मिलिट्री ऑपरेशन प्रमुख कारी अहमद को काबुल में मार गिराया. माना जा रहा है कि आईएस केपी के ही एक आतंकी ने तालिबान को इसकी सूचना दी थी. माना जा रहा है कि आईएस केपी में तालिबान के आतंकी जासूस शामिल हो गए हैं.

आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस में कारी अहमद एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता था. वर्तमान में उसके पास आईएस केपी के मिलिट्री ऑपरेशंस के अलावा संगठन के पूर्वी प्रभाग प्रमुख के साथ-साथ उसके खुफिया प्रमुख का भी प्रभार था. आईएस केपी का यह शख्स इतना ताकतवर था कि आईएस केपी के भारतीय सबकॉन्टिनेंट का प्रमुख एजाज अहमद आयंगर भी उसके साथ अपनी सारी योजनाएं डिस्कस किया करता था. माना जा रहा है कि खोरासन प्रोविंस द्वारा जो भी बड़े हमले किए गए, उसके पीछे कारी का ही दिमाग और योजना रहती थी.

अफगानिस्तान में मौजूदा तालिबान सरकार के मुताबिक, सोमवार देर शाम कारी अहमद के बारे में सूचना मिली कि वह काबुल सिटी के जोन 17 में इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस के एक गुप्त ठिकाने पर अपने साथियों के साथ मौजूद है. सूचना के आधार पर तालिबानी लड़ाकों ने पूरी सैनिक क्षमता के साथ इस ठिकाने को घेर लिया. इसके बाद हुई गोलीबारी में कारी अहमद और उसके 2 साथी मारे गए. तालिबान सरकार के इंटेलिजेंस डिवीजन ने इस बाबत ऑपरेशन कारी अहमद का एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें सिलसिलेवार तरीके से दिखाया जा रहा है कि तालिबान ने किस तरह से पहले उस इलाके को घेरा और उस ठिकाने पर भारी हथियारों के साथ चढ़ाई कर कारी अहमद और उसके दो साथियों को मार गिराया.

माना जा रहा है कि कारी अहमद के बारे में इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस के ही एक आतंकी ने तालिबान को सूचना दी थी. इसके साथ ही इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा कि अब इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस में तालिबान के आतंकी जासूस शामिल हो गए हैं. ध्यान रहे कि तालिबान ने इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस के खिलाफ यह कार्रवाई तब शुरू की थी, जब उसने तालिबान पाकिस्तान और चीन को एक साथ धमकी दी थी और कहा था कि तालिबान यदि किसी को बचाना चाहेगा तो आई एसकेपी के लड़ाके उसे मार देंगे. इसके साथ ही आईएस केपी ने एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें काबुल में चीन के होटल पर हमला दिखाया गया था. इस हमले में कई चीनी नागरिक घायल हुए थे दावा किया गया था कि यह हमला आईएस के पीके सुसाइड बॉम्बर्स ने किया था.

तालिबान का यह भी दावा है कि उसने इस्लामिक स्टेट के भारतीय सबकॉन्टिनेंट के प्रभारी एजाज अहमद आयंगर को भी पिछले दिनों मार गिराया था. इस मुखिया के मारे जाने के साथ ही एक बात स्पष्ट हो गई है कि आतंकवादी संगठनों की चालों को एक दूसरा आतंकवादी संगठन ही समझ सकता है और उसका उसी हिसाब से मुंहतोड़ जवाब भी दे सकता है. तालिबान को भी एक आतंकवादी संगठन के तौर पर ही जाना जाता था, लिहाजा वह अच्छी तरह से जानता है कि दूसरा आतंकवादी संगठन किस तरह से चालें चल सकता है और वे इसका किस तरह से सटीक जवाब दे सकते हैं. माना जा रहा है कि अपने इस आतंकवादी नेता की मौत के बदले इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस जल्द ही अफगानिस्तान पाकिस्तान में कोई बड़ी कार्रवाई कर सकता है.


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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