पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है। इसका उदाहरण तब देखने को मिला जब अमृतसर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद पंजाब पुलिस अमृतपाल सिंह के एक सहयोगी को रिहा करने के लिए तैयार हुई है। इस घटना के बाद साफ है कि पंजाब में अब खालिस्तानी विचारधारा की वकालत हो रही है।
इस मामले को लेकर अभी चर्चा थमी नहीं थी कि बीजेपी नेता मंजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट कर एक वीडियो शेयर किया है जो काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो के मुताबिक पंजाब पुलिस में एक व्यक्ति शिकायत करने गया जहां पुलिस वालों ने उसी के साथ बरबर्ता करते हुए उसके हाथों से उंगलियां काट दी। उन्होंने इस वीडियो को लेकर चिंता जाहिर की है।
सिरसा ने कहा कि पंजाब में तालिबानी तरीके से हाथ से उंगलियां काट कर अलग कर दी गई है। पंजाब में कानून व्यवस्था इतनी खराब हो गई है। पुलिस से शिकायत करने गया व्यक्ति ही शिकार हो गाया और उसके हाथ से उंगलियां काट दी गई। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सत्ता पाने की लालसा ने पंजाब को इस कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। पुलिस स्टेशन में अदर जाकर भी लोग मार रहे है, तो भी पुलिस कुछ नहीं कर रही।
वर्ष 1980 लाने की फिराक में केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल 1980 का डिजाइन ला रहे है जिसके जरिए पहले आतंकवाद का माहौल बनाया जाए। फिर आतंकवाद को कूचलने और मसीहा के रूप में देश से वोट मांगे जाए। भगवंत मान नींद से जागो, क्या ये वो सपनों का पंजाब है जो चाहिए था? भाषणों में कहते थे कानून व्यवस्था ठीक करेंगे और गेंगस्टरों को काबू में करेंगे। भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल ने मिलकर ये सपनों का पंजाब दिया है। पंजाब को बर्बाद कर दिया है। इस घटना की निंदा करते है।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
जानकारी के मुताबिक इस मामले में पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इस मामले में आईपीसी की धारा 326, 365, 379 B, 34 और 25 शस्त्र अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।