राठौड़ बोले- अडाणी जमीन लुटाना बंद कीजिए, हिंडनबर्ग पर प्रदर्शन करने वालों ने 85 हजार बीघा जमीन दी

राठौड़ बोले- अडाणी जमीन लुटाना बंद कीजिए, हिंडनबर्ग पर प्रदर्शन करने वालों ने 85 हजार बीघा जमीन दी

विधानसभा में सोमवार से बजट पर बहस शुरू हुई। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा- हिंडनबर्ग को लेकर कांग्रेस के लोग रविवार को प्रदर्शन कर रहे थे। अडाणी वही है न जिसे कोयले का सिंगल टेंडर दिया। प्रोक्योरमेंट एक्ट की धज्जियां उड़ाकर सबसे महंगा कोयला खरीदा गया।

अडाणी के कोयले की वजह से हर बिजली उपभोक्ता पर 7 पैसे प्रति यूनिट का सरचार्ज भुगतना पड़ रहा है। राठौड़ ने कहा कि आपकी भी मजबूरियां हैं, एआईसीसी को फंड भेजना होता है, उसी की वजह से यह हो रहा है।

अडाणी को कांग्रेस सरकार ने 85 हजार बीघा जमीन दी

राठौड़ ने कहा- हिंडनबर्ग वाले को मैं कहना चाहता हूं, हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ है। और सब ठीक है, लेकिन जमीन लुटाना बंद करो।

अडाणी को 2019 में फतेहपुर में 9000 बीघा, 2020 में 25 हजार बीघा, 2022 में जैसलमेर जिले में 400 बीघा, मोहनगढ़ में 38 हजार बीघा, ​फतेहगढ़ में 13 हजार बीघा जमीन दी गई। 75 हजार बीघा जमीन कैबिनेट अप्रूवल में पड़ी है, 74 हजार बीघा जमीन राजस्व मंत्री के पास पेंडिंग पड़ी है।

रघु बोले- राठौड़ अडाणी के खिलाफ बोल रहे हैं, नेता प्रतिपक्ष कैसे बनेंगे?

बहस के दौरान उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और कांग्रेस विधायक रघु शर्मा ने एक-दूसरे पर चुटकी ली। राठौड़ ने रघु शर्मा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये जिस अंदाज में मुझे घूरते हैं तो मैं कांपने लगता हूं, ये तो सभापति का संरक्षण है, इसलिए मैं बोल पा रहा हूं अन्यथा इनके रहते बोल नहीं पाता।

रघु शर्मा ने राठौड़ का भाषण पूरा होने के बाद कहा- मेरे मन में एक सवाल आ रहा है। गुलाब चंद कटारिया तो राज्यपाल बनकर जा रहे हैं, नेता प्रतिपक्ष की वैंकेंसी पर इनकी नजर है। राठौड़ तो अपने भाषण में अडाणी के खिलाफ बोल रहे हैं, भागवत के खिलाफ बोल रहे हैं तो वैंकेंसी को कैसे फिल करेंगे? बता दें राजेंद्र राठौड़ और रघु शर्मा राजस्थान यूनिवर्सिटी के दिनों के साथी रहे हैं। सदन में दोनों के बीच हंसी मजाक का दौर कई बार चलता रहता है।

स्पीकर ने कहा- गुलाबचंद और मैं एक ही कॉलेज में पढ़े

इससे पहले असम के राज्यपाल मनोनीत होने के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया विधानसभा में सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचे। विधानसभा पहुंचते ही पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने कटारिया को राज्यपाल बनने की बधाई दी। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही 11 बजे स्पीकर सीपी जोशी ने प्रश्नकाल शुरू करने से पहले कटारिया को राज्यपाल बनने की बधाई दी।

कटारिया इसी सप्ताह नेता प्रतिपक्ष और विधायक का पद छोड़कर असम के राज्यपाल का चार्ज संभाल सकते हैं। स्पीकर की बधाई के बाद कटारिया ने कहा कि राजस्थान के प्रतिनिधि के तौर पर काम करूंगा, आपका सम्मान बना रहे, इसका पालन करूंगा।

स्पीकर ने कहा- कटारिया और मैं एक ही कॉलेज में पढ़े हैं

स्पीकर जोशी ने सदन में कटारिया को बधाई देते हुए कहा- मुझे राजेंद्र राठौड़ ने अभी कहा कि आपको यह भी कहना है कि हम दोनों एक ही कॉलेज में पढ़े हैं। कटारिया मेरे निर्वाचन क्षेत्र के गांव देलवाड़ा के रहने वाले हैं, जहां मेरे पिताजी ने टीचर के रूप में अपना जीवन शुरू किया। इसलिए भी मुझे खुशी है, मुझे उम्मीद है वे राज्यपाल के तौर पर वे हमें स्वागत करने का मौका देंगे।

रघु शर्मा बोले-आप दोनों में से पढ़ाई में होशियार कौन था?

स्पीकर के बोलने के बाद विधायक रघु शर्मा ने कहा- जब दोनों एक ही कॉलेज में पढ़े तो पढ़ाई में होशियार कौन था? स्पीकर ने कहा कि जब कटारिया गवर्नर का काम संभालकर वापस आएंगे तब सदन में स्वागत के वक्त जवाब दूंगा।

स्पीकर बोले- मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं

स्पीकर ने कहा- विधानसभा अध्यक्ष के रूप में मुझे खुशी है कि इस सदन के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को राज्यपाल मनोनीत किया गया है। कटारिया को सदन और राजस्थान की जनता की तरफ से हम शुभकामनाएं देते हैं। मैं आशा करता हूं कि कटारिया अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को उसी तरीके से निभाएंगे जैसा एक जनप्रतिनिधि के रूप में अभी तक करते रहे हैं।

जोशी ने कहा- मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं, मैं बिरला ही विधानसभा अध्यक्ष होऊंगा कि विधानसभा चल रही है और सदन के सदस्य प्रतिपक्ष के नेता को राज्यपाल मनोनीत किया हो, उनका स्वागत करने का मौका मिला, मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।

कटारिया बोले- संवैधानिक मर्यादाओं में काम करूंगा

कटारिया ने कहा- प्रश्नकाल में समय लेना उचित नहीं है, लेकिन आपने और सदन के सभी सदस्यों ने मेरी इस नियुक्ति पर बधाई दी, उसके लिए आभारी हूं। आप सबको और राजस्थान की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि राजस्थान के प्रतिनिधि के तौर पर जो संवैधानिक मर्यादाएं हैं, उनके दायरे में रहते हुए अपने काम को अंजाम दूंगा। आप सबका सम्मान बना रहे, इसका हर वक्त पालन करूंगा।

गुलाबचंद कटारिया होंगे असम के राज्यपाल

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाया गया है। राष्ट्रपति ने रविवार सुबह 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल और उपराज्यपाल बदलने के आदेश दिए हैं। कटारिया को राज्यपाल नियुक्त करने पर उदयपुर सहित प्रदेश भर में उनके प्रशंसकों ओर बीजेपी नेताओं ने खुशी जताई है। वरिष्ठ बीजेपी नेताओं ने फोन करके कटारिया को बधाई दी है।

कटारिया को राज्यपाल बनाना राजस्थान बीजेपी में बदलाव की शुरुआत

राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बना दिया गया है। 79 साल के कटारिया को राज्यपाल बनाकर राजस्थान बीजेपी नेताओं को भावी बदलावों के संकेत दे दिए गए हैं। बीजेपी में उम्रदराज नेताओं की जगह नई पीढ़ी के नेताओं को आगे लाने के हिसाब से इसे एक शुरुआत माना जा रहा है। राजनीतिक जानकार तो उम्रदराज नेताओं को सम्मानित तरीके से मार्गदर्शक मंडल में भेजने की इसे शुरुआत मान रहे हैं

कटारिया बोले- वसुंधरा की राजस्थान में रहनी चाहिए भूमिका

विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बना दिया गया है। इसकी खबर लगते ही जयपुर के सिविल लाइंस स्थित उनके आवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा। भाजपा के बड़े-बड़े नेता पहुंचे और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाइयां दीं। इस दौरान दैनिक भास्कर से कटारिया ने कहा- कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया था। उन्होंने हालचाल पूछा था। फिर सीधा राज्यपाल बना दिया। इस दौरान वसुंधरा राजे को लेकर कहा- राजे भारतीय जनता पार्टी की लीडर हैं। दो बार मुख्यमंत्री रही हैं। पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। मैं सोचता हूं, उनकी भूमिका पहले भी थी, आज भी है, और आगे भी रहनी चाहिए


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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