नई दिल्ली:तवांग झड़प के 6 हफ्ते बाद अरुणाचल गए आर्मी चीफ,LAC पर सुरक्षा और तैयारियों का लिया जायजा, जवानों की तारीफ की

नई दिल्ली:तवांग झड़प के 6 हफ्ते बाद अरुणाचल गए आर्मी चीफ,LAC पर सुरक्षा और तैयारियों का  लिया जायजा, जवानों की तारीफ की

चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल मनोज पांडे तवांग झड़प के 43 दिन बाद शनिवार को अरुणाचल प्रदेश पहुंचे। यहां उन्होंने LAC से सटी भारतीय चौकियों का दौरा किया। जनरल पांडे यहां तैयारियों और सुरक्षा हालात का जायजा भी लिया। यह जगह तवांग से करीब है, जहां पर पिछले साल भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी।

COAS ने जवानों की सतर्कता, कर्तव्य और निगरानी की तारीफ की। उन्होंने कहा- मुझे उम्मीद है कि आप इसी मुस्तैदी और कर्मठता से अपना ये काम जारी रखेंगे।

पिछले साल 9 दिसंबर को चीन के सैनिकों ने तवांग में घुसपैठ की कोशिश की थी। कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि चीनी सैनिक यहां पर अपनी ऑपरेशनल पोस्ट बनाना चाहते थे। लेकिन भारतीय सैनिकों ने चीनियों को भागने पर मजबूर कर दिया था।

सैनिकों के कर्तव्य के प्रति समर्पण की सराहना की

सेना ने ट्वीट कर बताया कि जनरल मनोज पांडे ने दौरा किया और उन्हें ऑपरेशनल तैयारियों और मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। COAS ने अधिकारियों और सैनिकों के साथ बातचीत की और प्रोफेशनलिज्म, कर्तव्य के प्रति समर्पण लिए उनकी सराहना की।

तवांग में भारतीय सैनिकों ने 600 चीनी सैनिकों को खदेड़ा

9 दिसंबर को 600 चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश के तवांग के यांगत्से में भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। भारतीय सैनिकों ने खदेड़ा तो दोनों सेनाओं में झड़प हुई। इसमें दोनों ओर के सैनिक जख्मी हुए हैं। भारत के 6 जख्मी सैनिकों को गुवाहाटी इलाज के लिए लाया गया। जबकि चीन के सैनिकों को हमसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। उनके कई सैनिकों की हड्डियां टूटी हैं। तवांग का यंगस्टे 17 हजार फीट की ऊंचाई पर है।

भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने 12 जनवरी को कहा था कि चीन की देश की उत्तरी सीमाओं पर हालात काबू में हैं, लेकिन अप्रत्याशित हैं। यानी यहां हालात कभी भी बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें सात बेहद गंभीर मुद्दों में से पांच को हल करने में कामयाबी मिली है। सैन्य और राजनयिक दोनों लेवल पर बातचीत भी जारी है।

हालांकि सेना प्रमुख ने अपनी बातचीत में चीन का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि वे LAC की मौजूदा स्थिति को बदलने के लिए हो रही किसी भी कोशिश को नाकाम करने में सक्षम हैं। इसके लिए उनके पास मजबूत सेना और हथियार मौजूद हैं। 

अरुणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच खूनी झड़प हुई है। इसमें भारत के 6 जवान घायल हुए हैं, जबकि चीन के सैनिकों को हमसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। उनके कई सैनिकों की हड्डियां टूटी हैं। घायल भारतीय जवानों को गुवाहाटी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है

तवांग झड़प के बाद मोर्चे पर हमारे लड़ाकू विमान, अरुणाचल में 3 बार चीनी ड्रोन घुसपैठ रोकी

​​​​​​​तवांग में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद इंडियन एयरफोर्स (IAF) ने अरुणाचल सीमा पर कॉम्बैट एयर पेट्रोलिंग, यानी जंगी उड़ानें शुरू कर दी हैं। 9 दिसंबर को तवांग में हुई झड़प से पहले भी चीन ने अरुणाचल सीमा में अपने ड्रोन भेजने की कोशिश की थी। इसके बाद IAF ने तुरंत अपने लड़ाकू विमान अरुणाचल सीमा पर तैनात किए थे। 

तवांग पर रक्षा मंत्री का 3 मिनट का जवाब, बोले- हाथापाई में दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आईं​​​​​​​​​​​​​​

​​​​​​​तवांग में 9 दिसंबर को भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई झड़प पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद में जवाब दिया। राजनाथ अपने 3 मिनट के जवाब में बोले- हाथापाई में दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आईं। हमारा कोई सैनिक नहीं मारा गया। भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को उनकी पोस्ट पर जाने को मजबूर कर दिया।

17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित तवांग के यांगत्से में 9 दिसंबर को 600 चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। भारतीय सेना ने लाठी-डंडों से उन्हें वापस खदेड़ दिया था।



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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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