नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गत 5 जनवरी को जहांगीरपुरी इलाके से दो संदिग्ध आतंकवादी गिरफ्तार किए थे. उनमें से एक ने दो बार पुलिस की गिरफ्त से भागने की कोशिश की थी. गिरफ्तार आतंकवादी नौशाद ने दो बार नेपाल (Nepal) के रास्ते पाकिस्तान जाने की कोशिश की थी. नेपाल से अपना नकली पासपोर्ट तक बनवा रहा था लेकिन भागने में नाकामयाब रहा. आखिरकार वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया. इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस की ओर से दी गई है.
दिल्ली के जहांगीरपुरी में पकड़े गए संदिग्ध से पूछताछ में भी बड़ा खुलासा हुआ है. पाकिस्तानी हैंडलरों के इशारे पर बड़े टास्क को अंजाम देने की योजना थी. स्पेशल सेल की पूछताछ में संदिग्ध नौशाद ने पाकिस्तानी हैंडलरों असफाक और सुहैल से लगातार निर्देश मिलने का खुलासा किया है.
जहांगीरपुरी से पकड़े गए संदिग्ध आतंकी नौशाद का पाकिस्तानी आतंकी अशफाक उर्फ आरिफ से लगातार संपर्क था. अशफाक उर्फ आरिफ आतंकी संगठन LeT का खास सदस्य है. आरिफ ने ही नौशाद को एक और पाकिस्तानी आतंकवादी सुहैल से मुलाकात करवाई थी. सुहैल भी आतंकी संगठन LeT का सदस्य है जो इस वक्त पाकिस्तान से ऑपरेट कर रहा है. सुहैल ने ही पंजाब के कुछ बड़े लीडरों को टारगेट करने का प्लान तैयार करके दिया था.
संदिग्ध नौशाद ने पूछताछ में बताया कि जब वो जेल में बंद था तब उसकी मुलाकात आतंकी संगठन हरकत उल अंसार के आतंकी नदीम से हुई थी. पेरोल पर जेल से बाहर आने के बाद नदीम ने नौशाद को जेहाद के लिए साथ काम करने के लिए हरकत उल अंसार संगठन में शामिल कर लिया था. हत्या के आरोप में बंद नौशाद 25 साल के बाद 2018 में जेल से रिहा हुआ था उसके बाद से ही उसने पाकिस्तानी आतंकी सुहैल के इशारे पर काम करना शुरू कर दिया.
साल 2019 में नौशाद दो बार नेपाल भी गया था. ताकि वो नेपाल से पाकिस्तान जाने का रास्ता तलाश सके. लेकिन जिस नेपाली अधिकारी के जरिए वो अपना नेपाली पासपोर्ट बनवा रहा था. वो नेपाली अधिकारी रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार हो गया. और वो पाकिस्तान भागने में कामयाब नही हो पाया.
बताते चलें कि गणतंत्र दिवस से ठीक पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को आतंकियों के गठजोड़ का बड़ा सुराग भी हाथ लगा है. पिछले सप्ताह गुरुवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने जहांगीरपुरी के भलस्वा डेरी से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुलिस ने 4 और संदिग्ध आतंकवादियों (Suspected Terrorist) के भारत में रहने का संदेह जताया है. दिल्ली पुलिस की टीम इन 4 संदिग्धों की तलाश भी जोर शोर से कर रही है
सूत्रों का कहना है कि संदिग्धों ने ड्रॉप-डेड पद्धति के जरिए पाकिस्तान से हथियार प्राप्त किए थे. वो सोशल मीडिया ऐप के जरिए सीमा के दूसरी तरफ अपने आकाओं के संपर्क में थे. सिग्नल ऐप पर पाक में हैंडलर के संपर्क में थे. उन्हें उत्तराखंड में एक अज्ञात स्थान पर हथियार मिले हैं जिसकी पुष्टि होना बाकी है.
दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी इलाके से दो संदिग्ध आतंकी नौशाद और जगजीत सिंह को 5 जनवरी को गिरफ्तार किया था. दोनों ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे भी किए थे. दोनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में थे और राइट विंग लीडर की हत्या करना चाहते थे. अब दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि गिरफ्तार आतंकवादी ने दो बार नेपाल के रास्ते पाकिस्तान जाने की कोशिश की थी. लेकिन नाकाम रहे.