देश को नई कोरोना वैक्सीन जल्द मिलेगी:हिमाचल में कसौली स्थित लैब में जांच के लिए पहुंचे दवाई के 6 बैच, WHO से प्रमाणित इकलौती लैबोरेट्री

देश को नई कोरोना वैक्सीन जल्द मिलेगी:हिमाचल में कसौली स्थित लैब में जांच के लिए पहुंचे दवाई के 6 बैच, WHO से प्रमाणित इकलौती लैबोरेट्री

दुनियाभर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन VF-7 के मामले बढ़ते जा रहे हैं। भारत में इसके काफी केस मिले हैं, लेकिन देशवासियों को जल्दी ही एक नई कोरोना वैक्सीन मिलने जा रही है। जल्द ही भारत बॉयोटेक की इंट्रानेजल वैक्सीन इनकोवैक भारतीय बाजार में उपलब्ध होने वाली है।

सूत्रों के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के कसौली स्थित केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (CDL) में इस कम्पनी की कोविड विरोधी वैक्सीन के कुल 6 बैच क्वालिटी और कंट्रोल टेस्ट के लिए पहुंचे हैं। यदि निर्माता समय पर परीक्षण पूरा करके दस्तावेज प्रस्तुत करता है तो वैक्सीन इस माह के अंत तक बाजार में आने की संभावना है।

बता दें कि किसी भी दवा को भारतीय बाजार में उतारने से पहले CDL कसौली से उसका पास होना आवश्यक है। जब तक दवा को लैब द्वारा पास नहीं किया जाता, तब तक दवा को भारत मे इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी जाती। लैब से नई वैक्सीन की पास या फेल रिपोर्ट अगले कुछ हफ़्तों में आ जाएगी

18 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए वैक्सीन

नेजल वैक्सीन को नाक के जरिए स्प्रे करके दिया जाता है। इसमें बाजू पर टीका लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसकी 2 खुराक दी जाती हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में भारत बॉयोटेक के इंट्रानेजल वैक्सीन इनकोवैक को देशभर में सामूहिक टीकाकरण कार्यक्रम में बूस्टर खुराक के रूप में उपयोग के लिए मंजूरी दी थी।

इसे को-वैक्सीन या कोविशील्ड की 2 डोज के बाद बूस्टर डोज के तौर पर भी लगावाया जा सकता है। प्राइमरी वैक्सीनेशन के तौर पर 2 डोज के तौर पर भी यह इस्तेमाल हो सकती है।यह 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को दी जा सकती है और इसे सबसे पहले निजी अस्पतालों में उपलब्ध कराया जाएगा।

बता दें कि कसौली स्थित केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से प्रमाणित इकलौती प्रयोगशाला है।


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