नई दिल्ली में एयरो इंडिया 2023 के लिए राजदूतों की राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस हुई। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया में मेक फॉर द वर्ल्ड भी शामिल है। भारत वर्ल्ड ऑर्डर में विश्वास नहीं करता है, जहां कुछ देशों को दूसरों से श्रेष्ठ माना जाता है। जब हम किसी देश के साथ पार्टनरशिप करते हैं तो यह समानता और आपसी सम्मान के आधार पर होती है।
उन्होंने कहा कि भारत वर्तमान में G20 की अध्यक्षता कर रहा है। G-20 सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 85%, वैश्विक व्यापार के 75% से ज्यादा और विश्व जनसंख्या के लगभग दो-तिहाई का प्रतिनिधित्व करते हैं।
सिंह ने कहा कि हमारा प्रयास G-20 के भीतर आम सहमति बनाना है और अधिक सुरक्षित, समृद्ध, टिकाऊ और न्यायपूर्ण दुनिया के एजेंडे को आकार देना है। हम G-20 की अध्यक्षता को भारत को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने के अवसर के रूप में देखते हैं। भारत के 3D: डेवलपमेंट, डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी शामिल हैं।
मेक इन इंडिया में हमारे प्रयास अकेले भारत के लिए नहीं हैं
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता की पहल अपने साथी देशों के साथ साझेदारी के नए प्रतिमान की शुरुआत कर रही है। मैं इस बात को रेखांकित करना चाहता हूं कि मेक इन इंडिया में मेक फॉर द वर्ल्ड शामिल है। मेक इन इंडिया की दिशा में हमारे प्रयास न तो अलगाववादी हैं और न ही अकेले भारत के लिए हैं।
फरवरी में बेंगलुरु में एयरो इंडिया-2023 का आयोजन
सिंह ने कहा कि हम अगले महीने 13 से 17 फरवरी 2023 तक कर्नाटक के बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एयरो इंडिया-2021 में 600 से ज्यादा प्रदर्शक फिजिकली आए थे और अन्य 108 प्रदर्शकों ने वर्चुअल मोड से हिस्सा लिया था। 63 देशों से लगभग 3000 बिजनेस-टू-बिजनेस बैठकें आयोजित की गईं थीं। उम्मीद है कि यह शो इस साल नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।