NH 58 नेशनल हाईवे (दिल्ली–हरिद्वार) पर रुड़की के पास क्रिकेटर ऋषभ पंत की कार का एक्सीडेंट हुआ। हादसा जिस जगह पर हुआ, वहां 50 मीटर तक सड़क ऊबड़-खाबड़ है। गड्ढ़े हैं, गिट्टी बिखरी पड़ी है। प्रशासन ने इस जगह को ब्लैक स्पॉट घोषित कर रखा है। लेकिन, हादसे के पहले तक इस स्पॉट पर डेंजर जोन एक साइन बोर्ड नहीं लगा था। लेकिन हादसे के बाद प्रशासन ने यहां साइन बोर्ड लगा दिया है। स्पॉट की नाप-जोख करने सड़क परिवहन विभाग के अधिकारी भी पहुंचे। आज दिल्ली और देहरादून से भी कुछ अधिकारी यहां जांच के लिए पहुंच रहे हैं।
नारसन चौकी पर एक पुलिसकर्मी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया, हाईवे के इस स्पॉट पर हर महीने में 7 से 8 एक्सीडेंट इन्हीं गड्ढे के चलते होते हैं। कई बार तो ऑन द स्पॉट लोगों की मौत हो जाती है। कुछ समय पहले भी बड़ा एक्सीडेंट हुआ था। जिसमें मौत हो गई थी।
ऋषभ पंत की कार एक्सीडेंट की वजह भी यही गड्ढे हैं। क्योंकि यहां स्पीड में नियंत्रण रख पाना मुश्किल होता है। पंत के हादसे के बाद इस स्पॉट को लेकर अधिकारियों ने कुछ भी बोलने से मना किया है। हर माह इस ब्लैक स्पॉट पर 2 से 3 एक्सीडेंट हो जाते हैं।
लोगों ने बताया- शिकायत के बाद भी नहीं सुनती पुलिस
स्थानीय लोगों का कहना है कि रोड पर इसी जगह हर महीने 7-8 एक्सीडेंट होते हैं। पिछले महीने 2 लोगों की जान चली गई थी। हादसा ब्लैक स्पॉट के चलते ही हुआ है। हम लोगों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अब पंत के एक्सीडेंट के बाद प्रशासन अलर्ट हुआ है।
क्यों है यह जगह ब्लैक स्पॉट?
हाईवे पर इस जगह हल्का कर्व है। यहीं से एक रजवहा (छोटी नहर और रास्ता) निकलता है। इस जगह करीब 50 मीटर तक सड़क ऊबड़-खाबड़ है। गिट्टी भी सड़क पर बिखरी रहती है। यह ब्लैक स्पॉट इसलिए भी कहा जाता है, क्योंकि यहां से 3 रास्ते जुड़ते हैं। तीनों के बीच में एक छोटा टीला बना हुआ है। प्रशासन ऐसे दुर्घटना बहुल इलाके को ब्लैक स्पॉट के तौर पर चिह्नित करती है। स्पीड लिमिट साइन बोर्ड भी लगवाती है। लेकिन, इस जगह पर पंत के हादसे के पहले तक ऐसा कोई बोर्ड नहीं लगा था।
स्थानीय नागरिक सुबोध यहीं बगल में रहते हैं। उन्होंने बताया, हाईवे पर जो रजबहा निकलता है, वहां पर जंप है। यहां पर गड्ढा है। हमेशा यहीं पर एक्सीडेंट होता है। हर माह 2 से 3 लोगों की जान जाती है। प्रशासन को कई बार लिखकर दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
सुबोध ने बताया, नारसन रोड पर डिवाइडर लगाने के कारण लोग उल्टी साइड चलते हैं। जिस जगह है ये हादसा हुआ है वह ब्लैक स्पॉट है, यहां पर लोग रॉन्ग साइड आते हैं। हम भी गलत साइड से चल रहे हैं। यह हम मान रहे हैं। प्रशासन की लापरवाही है कि नारसन रोड पर डिवाइडर बना दिया गया है, जिस कारण लोगों को 5 से 7 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है। उनका कहना है कि पिछले दो माह पहले हमारे गांव के 3 लोगों की मौत इसी जगह पर सड़क हादसे में हुई थी।
ब्लैक स्पॉट की वजह से हुआ हादसा-परिवहन कर अधिकारी
रुड़की आरटीओ के परिवहन कर अधिकारी अखिलेश चौहान ने बताया, जिस जगह पर ऋषभ पंत का एक्सीडेंट हुआ। उस जगह को ब्लैक स्पॉट घोषित किया हुआ है। हादसे के वक्त ऋषभ पंत की गाड़ी डेढ़ सौ से 200 की स्पीड में रही होगी। इस मार्ग पर ज्यादा स्पीड या ओवर स्पीड चलाने वाले लोगों का चालान किया जाता है।