राजस्थान की अशोक गहलोत की सरकार ने महिलाओं को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। इस बात की जानकारी खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से दी गई है। अशोक गहलोत ने कहा है कि जनहित में हम हर महिला को हर महीने 12 सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराएंगे। अपने आप में यह सरकार का बड़ा फैसला है। अपने वक्तव्य के दौरान अशोक गहलोत ने साफ तौर पर कहा कि मासिक धर्म चक्र के दौरान महिलाएं चुपचाप क्यों सहें? उन्होंने आगे कहा कि इसके आसपास के झिझक को पीछे छोड़ देना चाहिए। जनहित में हम हर महिला को हर महीने 12 सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराएंगे।
अशोक गहलोत ने साफ तौर पर कहा है कि महंगाई के दौरान कांग्रेस की योजनाएं लोक के लिए वरदान साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि महंगाई के इस दौर में उड़ान, इंदिरा रसोई, इंदिरा गांधी शहरी रोज़गार योजना, किसानों के लिए सम्मान पेंशन योजना, ये सारी योजनाएं लोगों को राहत पहुंचा रहीं हैं। इसके साथ ही आम लोगों की सामाजिक सुरक्षा पर जोर देते हुए गहलोत ने केंद्र सरकार से मांग की कि वह पूरे देश के लिए पेंशन की नीति बनाएं और बुजुर्गों आदि को पेंशन के बारे में नीतिगत फैसला किया जाए। भाजपा पर हमला करते हुए गहलोत ने कहा कि वे सत्ता में जरूर हैं लेकिन उनकी सोच कभी प्रगतिशील नहीं रही। भाजपा व जनसंघ वाले प्रतिक्रियावादी लोग रहे हैं... जो समय के साथ साथ धर्म के नाम पर सत्ता में आ गए हैं।
इस दौरान जयराम रमेश भी मौजूद रहे। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बार-बार कहते हैं कि हम गैर भाजपा सरकारों के साथ भेदभाव नहीं करते हैं, लेकिन मुझे लगता है पूर्वी राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट एक मिसाल है जहां जानबूझकर भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने विकास के गुजरात मॉडल पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि बार बार जब गुजरात मॉडल की बात होती है... हमारे प्रधानमंत्री ने पीएम की परिही बदल दी है। पीएम मतलब प्रधानमंत्री नहीं बल्कि इसका मतलब पैकेजिंग एंड मार्केटिंग हो गया है जो पैकेजिंग और मार्केटिंग करते हैं।