दिल्ली नगर निगम चुनावों में एक तरफ जहां भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। पोस्टल बैलेट की गिनती के बाद आए नतीजों के आधार पर आम आदमी पार्टी आगे चल रही है। नतीजे आने तक दोनों ही पार्टियों के बीच मामला कांटे का रहने वाला है। मगर इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी कहीं नहीं दिख रही है। कांग्रेस ने भी अपना खाता छह सीटों के साथ खोला है, मगर ये जीत के आस पास भी नहीं है।
कांग्रेस पार्टी के दफ्तर का माहौल काफी ठंड़ा पड़ा हुआ है। कांग्रेस दफ्तर का आलम ये है कि यहां गेट पर ताला जड़ा हुआ है। कार्यालय में ना ही कोई नेता है और ना ही कोई कार्यकर्ता दिख रहा है। दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की स्थिति काफी खराब हो गई है।
शुरुआती आंकड़ों के अनुसार आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन दिल्ली में काफी अच्छा रहा है। एग्जिट पोल के आंकड़े अगर सही साबित होते हैं तो भाजपा जीत का चौका नगर निगम में लगाने में सफल नहीं होगी। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी बढ़त बनाती दिख रही है। वहीं कांग्रेस पार्टी 3-7 सीटें हासिल कर सिमट सकती है।
दिल्ली नगर निगम के 250 वार्ड के लिए हुए चुनाव के वोटों की गिनती 42 मतगणना केंद्रों पर शुरू हो गई है। शुरुआती रुझान आने भी शुरू हो गई है। कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना का काम किया जा रहा है। बता दें कि दिल्ली नगर निगम के कुल 250 वार्डों पर चार दिसंबर को मतदान हुआ था। भाजपा पिछले 15 साल से एमसीडी में सत्ता में है इसलिए यदि उसकी फिर से सत्ता में वापसी होती है तो यह बड़े चमत्कार की तरह होगा क्योंकि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में एमसीडी के पूरी तरह विफल होने का आरोप लगाया था।