नई दिल्ली, दिल्ली की नई आबकारी नीति में कथित घोटाले के मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने दिल्ली में सर्च ऑपरेशन के दौरान एक आरोपी के आवास से 1 करोड़ रुपए कैश जब्त किया है. इस मामले में आरोपी से ईडी अधिकारी आज आगे की पूछताछ करेंगे. दिल्ली की नई आबकारी नीति में बरती गई कथित अनियमितताओं और घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने कल राष्ट्रीय राजधानी समेत आंध्र प्रदेश और पंजाब में 35 ठिकानों पर छापा मारा था. इस नीति से परोक्ष और अपरोक्ष रूप से जुड़े कई लोगों की गिरफ्तारियां भी की जा चुकी हैं.
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास व दफ्तरों पर भी सीबीआई रेड कर चुकी है. अब ईडी इस मामले से जुड़े अन्य लोगों के यहां छापेमारी कर सबूत जुटाने में लगी है. बताते चलें कि ईडी ने कुछ दिन पहले इस कथित घोटाले में मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था. इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने शराब कारोबारी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया था. आबकारी नीति में कथित घोटाले के आरोपी विजय नायर को 20 अक्टूबर 2022 तक न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है. इससे पहले उनकी न्यायिक हिरासत 6 अक्टूबर तक थी. वह आम आदमी पार्टी AAP के संचार प्रभारी हैं.ईडी की कार्रवाई पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि केवल गंदी राजनीति के लिए अधिकारियों का समय बर्बाद किया जा रहा है. उन्होंने ट्वीट किया, 500 से ज्यादा रेड, 3 महीनों से CBI,ED के 300 अधिकारी 24 घंटे लगे हुए हैं, एक मनीष सिसोदिया के खिलाफ सबूत ढूंढ़ने के लिए. कुछ नहीं मिल रहा, क्योंकि कुछ किया ही नहीं. अपनी गंदी राजनीति के लिए इतने अधिकारियों का समय बर्बाद किया जा रहा है. ऐसे देश कैसे तरक्की करेगा? इससे पहले बीते 28 सितंबर को ईडी ने समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया था. ईडी की एफआईआर के मुताबिक, इंडोस्पिरिट्स के मालिक समीर महेंद्रू ने कथित तौर पर मनीष सिसोदिया के करीबी सहयोगियों को कम से कम 2 बार करोड़ों में भुगतान किए थे.महेंद्रू कथित रूप से दिल्ली की नई आबकारी नीति बनाने और उसके कार्यान्वयन में शामिल शराब कारोबारियों में से एक थे. वहीं सीबीआई की एफआईआर में आरोप है कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के एक कथित सहयोगी अर्जुन पांडे ने एंटरटेनमेंट एंड इवेंट मैनेजमेंट कपंनी के पूर्व सीईओ विजय नायर की ओर से समीर महेंद्रू से करीब 2-4 करोड़ रुपये नकद लिए थे. उनके ठिकानों पर ईडी ने भी छापेमारी की थी. विजय नायर को इस कथित घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा है. इससे पहले बीते 16 सितंबर को ईडी ने 40 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसमें केवल हैदराबाद में 25 ठिकानों पर रेड की थी.