जयपुर एयरपोर्ट से हाथ खींच रही एयरलाइंस उड़ानें 70 से घटकर 45 तक पहुंची

जयपुर एयरपोर्ट से हाथ खींच रही एयरलाइंस उड़ानें 70 से घटकर 45 तक पहुंची

जयपुर. जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jaipur international airport) की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं आज से 4 साल पहले जयपुर एयरपोर्ट पर तमाम एयरलाइंस (Airlines) अपनी फ्लाइट्स को शिड्यूल कराने के लिए लाइन लगाकर खड़ी रही थी लेकिन अब वे इससे हाथ खींच रही हैं एक समय जयपुर एयरपोर्ट की रैकिंग नंबर वन की थी लेकिन अब यह लगातार पिछड़ता जा रहा है हालात ये हो गए हैं कि पहले जयपुर एयरपोर्ट से करीब 70 फ्लाइट्स उड़ानें भरती थी लेकिन आज उनकी संख्या घटकर महज 45 तक आ गई है इसकी बड़ी वजह यात्री भारी में कमी आना बताया जा रहा है


जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पिछले दिनों दो हिस्सों में बांटा गया था करोड़ों का बजट खर्च करके टर्मिनल वन को इंटरनेशनल उड़ानों के लिए विकसित किया गया और टर्मिनल 2 को डोमेस्टिक उड़ानों के लिए सेपरेट किया गया था लेकिन वर्तमान में टर्मिनल 2 से ही सभी उड़ानों का संचालन हो रहा है टर्मिनल वन केवल कार्गो टर्मिनल बनकर रह गया है इंटरनेशनल टर्मिनल से विदेशों के लिए जाने वाली फ्लाइट्स की संख्या बढ़ी ही नहीं और ना ही जयपुर एयरपोर्ट को कोई नया विदेशी डेस्टिनेशन मिला


फिलहाल विदेश के नाम अरब की तरफ जाने वाली 3 फ्लाइट और बैंकाक जाने वाली एक फ्लाइट उड़ान भर रही है इसके अलावा पहले समर शिड्यूल में रोजना 70 और विटंर शिड्यूल में 60 फ्लाइट्स का शिड्यूल था वह अब घटकर प्रतिदिन 45 फ्लाइट्स पर सिमट गया है इसी 45 फ्लाइट्स में इंटरनेशनल फ्लाइट्स भी शामिल हैं गिरते फ्लाइट्स संचालन में सीधे तौर पर 25 फ्लाइट्स ने जयपुर एयरपोर्ट से किनारा कर लिया है


फेयर केप की बाध्यता भी हुई खत्म


हालांकि पहले एयरलाइंस के सामने केन्द्र सरकार की ओर से लगाए गए फेयर केप की बाध्यता थी लेकिन अब केन्द्र सरकार ने वो बाध्यता भी खत्म कर दी है माना जा रहा था फेयर केप हटने के बाद एयरलाइंस की उड़ानों में बढ़ोतरी होगी लेकिन अब तक ऐसा कोई रेस्पॉस देखने को नहीं मिला है हाल ही में अलायंस एयरलाइंस ने अपनी उड़ानों के लिए शिड्यूल लिया था लेकिन उसने जयपुर एयरपोर्ट से उड़ान नहीं भरी


अब कोई भी एयरलाइंस दिलचस्पी नहीं दिखा रही


अलायंस एयरलाइंस भोपाल के लिए जयपुर से सुबह 6.20 पर उड़ान भरने वाली थी स्पाइसजेट सुबह 7.20 पर जालंधर के लिए दोपहर 2.05 पर दुर्गापुर के लिए और दोपहर 12.30 बजे सिलीगुड़ी के लिए उड़ान भरने वाली थी लेकिन इन चारों डेस्टिनेशन पर एयरलाइन्स पीछे हट गईं इसके अलावा इस विंटर सीजन में दर्जनभर फ्लाइट्स शिड्यूल के लिए अलग-अलग एयरलाइन्स कंपनिया कतार में थी लेकिन अब कोई भी एयरलाइंस दिलचस्पी नहीं दिखा रही


DGCA को दखल देने की महसूस होने लगी जरुरत


इसका असर ये हो रहा है कि जो मौजूदा फ्लाइट्स उड़ान भर रही हैं वो कम यात्रियों के चलते संचालन कारणों का बहाना बनाकर फ्लाइट्स को कमोबेश रोज रद्द कर रही हैं इसके चलते यात्रियों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में DGCA को दखल देने की जरुरत आन पड़ी है ताकि यात्रियों की सहुलियत से लेकर फ्लाइट्स को राहत देने तक के मुद्दे पर कोई बीच का रास्ता निकाला जा सके

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