केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि अटल प्रोग्रेस-वे के दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जुड़ने के बाद ग्वालियर-चंबल क्षेत्र का विकास सुनिश्चित होगा और कुछ घंटों में यहां से दिल्ली और मुंबई पहुंचा जा सकेगा। गडकरी ने 1125 करोड़ रुपए की एलीवेटेड रोड सहित कई परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करते हुए कहा जब अटल प्रोग्रेस-वे कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जुड़ जाएगा तो यह न केवल ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करेगा बल्कि लोग कुछ ही घंटों में मुंबई और दिल्ली तक पहुंच सकेंगे।
उन्होंने कहा कि यह राजस्थान उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के पिछड़े क्षेत्रों के विकास को सुनिश्चित करेगा। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य लोग उपस्थित थे। गडकरी ने कहा कि मुरैना लिंक रोड से लक्ष्मीबाई की समाधि तक जो चार लेन का एलिवेटेड रोड बनाया जा रहा है उसके दूसरे फेज का काम भी पहले चरण के साथ शुरू होगा। इसमें मलेशिया की नयी निर्माण तकनीक का इस्तेमाल होगा। उन्होंने कहा कि इसमें लगने वाले सीमेंट और लोहे में राज्य सरकार जीएसटी में छूट दे जिससे लागत कम आए। इस एलिवेटेड रोड में ग्वालियर के इतिहास की झलक भी दिखाई देगी। उन्होंने शहर के फूलबाग से ग्वालियर किले तक 120 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 1.5 किमी लंबा रोपवे बनाने की भी घोषणा की। गडकरी ने इस अवसर पर यह भी बताया कि सिर्फ यहीं नहीं बल्कि मांडू में उज्जैन खंडवा रायसेन दुर्ग रानी रूपमती महल और ओंकारेश्वर सहित राज्य में कई स्थानों पर रोपवे बनाने की योजना है। उन्होंने इस अवसर पर यह भी बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का निर्माण लगभग 70 प्रतिशत पूरा हो गया है और एक बार यह पूरा हो जाने के बाद दिल्ली से मुंबई तक 12 घंटे में पहुंचा जा सकता है। गडकरी ने इस अवसर पर बताया कि 20000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 415 किलोमीटर लंबे अटल प्रोग्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है। यह उत्तर प्रदेश के इटावा को राजस्थान के कोटा से जोड़ेगा। यह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे और उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से भी जुड़ेगा। इस अवसर पर तोमर ने कहा कि देश में उत्कृष्ट सड़कों के निर्माण से देश का चेहरा और भाग्य बदल रहा है। 2014 से पहले एक दिन में तीन किमी हाईवे बनते थे जबकि अब 38 किमी लंबे हाईवे प्रतिदिन बन रहे हैं। सिंधिया ने इस अवसर पर कहा कि केंद्र और राज्य के संयुक्त प्रयासों से ग्वालियर को एक आधुनिक शहर के रूप में विकसित किया जाएगा जिसमें अगले 50 वर्षों तक बुनियादी सुविधाओं की कोई कमी नहीं होगी। चौहान ने इस अवसर पर आश्वासन भी दिया कि उनकी सरकार फ्लाईओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर बनाकर ग्वालियर को आधुनिक शहर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
