नई दिल्ली. कांग्रेस पार्टी में होने वाले अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हैं. इसी कड़ी में पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने 9 हजार से अधिक प्रदेश एआइसीसी प्रतिनिधियों को क्यूआर कोड आधारित फोटो पहचान पत्र जारी करने का निर्णय लिया है. ये सभी प्रतिनिधि ही कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में निर्वाचक मंडल के सदस्य हैं. कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री और पार्टी के डेटा एनालिटिक्स प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती ने आगामी चुनाव पर चर्चा करने के लिए सभी प्रदेश रिटर्निंग ऑफिसर (पीआरओ) से मुलाकात की. उन्होंने बताय हमने सभी चरणों पर चर्चा की. मैंने उनसे कहा कि किसी भी तरह की देरी से बचने के लिए पहचान पत्र का वितरण 20 सितंबर तक पूरा कर लिया जाना चाहिए.
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अध्यक्ष पद के चुनाव की पारदर्शिता को लेकर पार्टी नेता लगातार सवाल उठा रहे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि इस कदम से उनके सवालों की लिस्ट खत्म हो जाएगी. चक्रवर्ती ने कहा यह पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा और प्रक्रिया को आसान बना देगा क्योंकि प्रतिनिधियों का विवरण क्यूआर कोड में उपलब्ध होगा. पिछली बार 2000 में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में मुकाबला हुआ था जब पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक जितेंद्र प्रसाद ने सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया था. प्रसाद को जहां सिर्फ 94 वोट मिले वहीं गांधी ने आंतरिक चुनाव में 7542 वोटों से जीत हासिल की. हालांकि प्रसाद को पार्टी की सर्वोच्च कार्यकारी निकाय कांग्रेस कार्य समिति (CWC) में शामिल किया गया था.
पार्टी के नेता इस बार भी मुकाबले की उम्मीद कर रहे हैं और यह भी स्पष्ट नहीं है कि वरिष्ठ नेता राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे या नहीं. राहुल गांधी ने अब तक अपनी योजना का कोई संकेत नहीं दिया है सिवाय यह कहने के कि उन्होंने अपने फैसले बहुत स्पष्ट कर दिए हैं. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने भारत जोड़ी यात्रा के दौरान तमिलनाडु के नागरकोइल में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा मैं अध्यक्ष बनूंगा या नहीं यह तब स्पष्ट हो जाएगा जब अध्यक्ष का चुनाव होगा. तो उस समय आने तक प्रतीक्षा करें और यदि मैं चुनाव नहीं लड़ता तो आप पूछ सकते हैं कि मैं क्यों खड़ा नहीं हुआ और मैं प्रश्न का उत्तर दूंगा
