नई दिल्ली. सड़क हादसों को लेकर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी बेहद गंभीर हैं. हादसों को कम करने के लिए अधिकारियों और राज्य के परिवहन मंत्रियों को मिलकर काम करने को कहा है उन्होंने कहा कि इस तरह वर्ष 2024 तक करीब 50 फीसदी तक सड़क हादसे कम किए जा सकते हैं. गडकरी बेंगलुरू में परिवहन मंत्रालय के कार्यक्रम मंथन को संबोधित कर रहे थे.
गडकरी ने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा है कि लोग वाहन चलाते समय सेफ्टी को गंभीरता से नहीं लेते हैं. हादसे की बड़ी वजह यही होती है. उन्होंने कहा कि हादसों के कारणों का रिव्यू कर उन्हें दुरुस्त करना होगा जिससे हादसों में कमी आएगी. इस तरह 2024 तक सड़क हादसों में 50 फीसदी कमी लायी जा सकेगी. उन्होंने कहां कि मंत्रालय इंजीनियरिंग के छात्रों को सेफ्टी आडिट की ट्रेनिंग देगा. गौरतलब है कि बेंगलुरू में सड़क परिवहन मंत्रालय का दो दिवसीय मंथन कार्यक्रम चल रहा है.
टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस पी. मिस्त्री की सड़क हादसे में मौत के बाद सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय सेफ्टी को लेकर गंभीर है. इसी कड़ी में पिछली सीट बेल्ट के साथ अलार्म लगाने का ऐलान कर दिया गया है.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ट्रांसपोर्ट रिसर्च विंग की रिपोर्ट के अनुसार देश में वर्ष 2020 में कुल 366138 सड़क हादसे हुए हैं. इन हादसों में 131714 लोगों की मौत और 348279 लोग घायल हुए हैं. हालांकि वर्ष 2019 की तुलना 18 फीसदी कम हादसे हुए हैं. लेकिन इस वर्ष कोरोना आया था इसलिए बीच में लॉकडाउन की वजह से आवाजाही कम या बंद रही थी.
रिपोर्ट के अनुसार ओवर स्पीडिंग की वजह से देशभर में वर्ष 2020 में 2.65 लाख हादसे हुए हैं और इनमें 912309 लोगों की मौत और 255663 लोग घायल हुए हैं. ओवर स्पीडिंग के बाद दूसरा कारण गलत लेन या दिशा में ड्राइविंग करना है. कुल हादसों में 5.5 फीसदी यानी 20.20 हजार हादसों की वजह से गलत लेन में ड्राइविंग है जिनमें7332 लोगों की मौत और 19481 लोग घायल हुए हैं.
