जिले के उघैती थाना क्षेत्र के छिबऊकलां गांव के निवासी अंकित ने बताया कि चार दिन पहले एक लड़की ने उसके भाई जीतेश के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
जीतेश के परिजन का कहना है कि उस लड़की का जो वीडियो सामने आया है, उसमें उसने जीतेश का नाम नहीं लिया था। उसने अपनी बहन से झगड़ा होना बताया था। परिजन के मुताबिक मगर लड़की की मां ने जबरन युवक के खिलाफ दुष्कर्म की प्राथमिकी भी दर्ज करा दी।
इससे परेशान होकर जीतेश आज जिलाधिकारी कार्यालय आया और उसने विषाक्त पदार्थ खा लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया गया। जीतेश ने गन्ना मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी और उनके करीबी विजय पाल सिंह चौधरी पर झूठे मुकदमे दर्ज कराने का आरोप लगाया है।
इस बीच, विजयपाल ने संवाददाताओं से कहा कि जीतेश के खिलाफ मुकदमे में किसी प्रकार का हाथ होने या मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी के लिप्त होने से इनकार किया है। मंत्री ने अभी तक इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
जिलाधिकारी अवनीश राय ने बताया कि वह आज दिशा की मीटिंग में जनप्रतिनिधियों के साथ विकास भवन में मौजूद थे। इस बीच उन्हें सूचना मिली कि जीतेश नामक एक युवक ने उनके कार्यालय पर विषाक्त पदार्थ खा लिया है।
युवक को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। नायब तहसीलदार ने उसका बयान दर्ज किया है। मामले की जांच करवाई जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह का कहना है कि विषाक्त पदार्थ खाने वाले जीतेश पर दुष्कर्म और गुंडा एक्ट समेत गंभीर धाराओं के चार मुकदमे दर्ज हैं।पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। सार्वजनिक स्थान पर जहर खाकर आत्महत्या के प्रयास के आरोप में उस पर एक और मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार पुलिस हिरासत में उसका इलाज किया जा रहा है। स्वस्थ होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।