नई दिल्ली: महाराष्ट्र, तेलंगाना, बिहार, हरियाणा, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में 3 नवंबर को सात विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने वाला है. ये उपचुनाव राजनीतिक रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण है. दरअसल, महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन होने के बाद पहला चुनाव है. वहीं तेलंगाना में इस बार भाजपा पूरी मेहनत के साथ चुनावी ताल ठोक रही है तो ये उपचुनाव भाजपा के लिए एक उम्मीद की किरण है. वहीं बिहार में भी सत्ता परिवर्तन होने के बाद पहला चुनाव है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश और ओडिशा में उपचुनाव होने वाला है. विधायक के आकस्मिक निधन, दूसरे राजनीतिक दल में विधायक के शामिल होने और आपराधिक मामलों में अदालत द्वारा दोषी ठहराने के बाद खाली हुए सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं.
मुनुगोड़े विधानसभा सीट
मुनुगोड़े विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला तेलंगाना के सत्तारूढ़ टीआरएस, विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है. पूरे निर्वाचन क्षेत्र में फैले 298 मतदान केंद्रों पर 2.41 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. कांग्रेस के मौजूदा विधायक कोमातीरेड्डी राज गोपाल रेड्डी के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद यह सीट खाली हुई है. गोपाल रेड्डी ने अब भाजपा का दामन थाम लिया है. इस सीट पर कुल 47 उम्मीदवार मैदान में हैं. मुख्य मुकाबला राज गोपाल रेड्डी (भाजपा), टीआरएस के पूर्व विधायक कुसुकुंतला प्रभाकर रेड्डी और कांग्रेस के पलवई श्रावंथी के बीच है.
अंधेरी पूर्व ,महाराष्ट्र
मुंबई में अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र के लिए गुरुवार को कुल 2,71,502 मतदाता और 256 मतदान केंद्र उपचुनाव के लिए तैयार हैं. अंधेरी पूर्व एक महानगरीय क्षेत्र है, जिसमें बड़े पैमाने पर महाराष्ट्रियन मतदाता, उत्तर भारतीय, दक्षिण भारतीय, ईसाई और मुसलमान शामिल हैं. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने दिवंगत विधायक रमेश लटके की पत्नी रुतुजा लटके को मैदान में उतारा है. यह सीट रमेश लटके के आकास्मिक निधन के चलते खाली हुई है. रुतुजा का मुकाबला छह उम्मीदवारों से है, जिनमें से चार निर्दलीय हैं.
मोकामा ,बिहार
मोकामा उपचुनाव के लिए भाजपा ने पहली बार सीट जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, जबकि सत्तारूढ़ महागठबंधन का सबसे बड़ा घटक राजद इसे बरकरार रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. भाजपा उम्मीदवार सोनम देवी राजद की नीलम देवी के खिलाफ हैं. नीलम के नामांकन को सात दलों के महागठबंधन का समर्थन प्राप्त था, जो अगस्त के महीने में जदयू द्वारा भाजपा से नाता तोड़ने के बाद बना था.
गोपालगंज ,बिहार
मोकामा के अलावा, गोपालगंज में भी उपचुनाव होने वाला है. तीन महीने से भी कम समय पहले बनी नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार के लिए यह पहली चुनावी परीक्षा होगी. यह सीट भाजपा विधायक सुभाष सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी. भाजपा ने उनकी पत्नी कुसुम देवी को टिकट दिया है और वह राजद उम्मीदवार मोहन प्रसाद गुप्ता के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी.
आदमपुर ,हरियाणा
आदमपुर विधानसभा उपचुनाव में लगभग 1.71 लाख पात्र मतदाता भजन लाल परिवार के भाग्य का फैसला करेंगे क्योंकि परिवार पांच दशकों से अपने गढ़ पर कायम है. इस सीट पर कुल 22 उम्मीदवार हैं. चुनाव लड़ने वाले मुख्य दल भाजपा, कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोक दल और आम आदमी पार्टी हैं.
गोला गोकर्णनाथ ,उत्तर प्रदेश
गोला गोकर्णनाथ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच मुकाबला होना तय है क्योंकि कांग्रेस और बसपा चुनावी लड़ाई से बाहर नजर आ रही है. इस उपचुनाव में कुल सात उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया है.
धामनगर ,ओडिशा
बीजद ने उपचुनाव के लिए पांच उम्मीदवारों में अकेली महिला अबंती दास को उतारा है. वहीं भाजपा ने सूर्यवंशी सूरज को मैदान में उतारा है. ओडिशा भाजपा अध्यक्ष समीर मोहंती, पार्टी के राज्य प्रभारी डी पुरटेलवेजवार, विपक्ष के नेता जेएन मिश्रा, पार्टी के सांसदों और विधायकों ने भी धामनगर के दिवंगत विधायक विष्णु चरण सेठी के बेटे सूरज के लिए प्रचार किया, जिनका 19 सितंबर को असामयिक निधन हो गया था.