धनबाद: राज्य सरकार ने इसी साल अगस्त महीने में झारखंड हृदय चिकित्सा योजना लागू की थी. इसके तहत राज्य के ह्रदय रोग से पीड़ित मरीजों का प्रशांति मेडिकल सर्विस एंड रिसर्च फाउंडेशन राजकोट और अहमदाबाद में संचालित सत्य साईं अस्पताल में मुफ्त इलाज कराया जाएगा. इसके लिए रांची के रिम्स में 4 से 6 नवंबर तक राज्य स्तरीय स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है. इसमें सभी जिलों के हृदय रोगी पहुंचेंगे. जहां उनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी और जरूरत पड़ने पर इलाज के लिए गुजरात भेजा जाएगा.
धनबाद के सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा ने धनबाद के विभिन्न प्रखंडों में हृदय रोगियों को चिह्नित किया जा रहा है. इन्हें सरकारी खर्च पर रांची रिम्स भेजा जाएगा. वहां डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की जांच करेगी. साथ ही बताया कि अभी तक 30 मरीजों का रजिस्टेशन कराया गया है. इनमें से 18 गोबिंदपुर, 6 बलियापुर और 6 टुंडी के मरीज हैं. धनबाद जिले से 75 मरीजों को भेजने का लक्ष्य हैं. यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है.
3 से 65 साल के मरीजों को मिलेगा लाभ
सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा ने बताया कि झारखंड हृदय चिकित्सा योजना हृदय रोगियों को इलाज का अवसर दे रही है. इसके तहत 3 से 65 साल के मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी. लोगों को इसका लाभ लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत राशन कार्डधारी वैसे मरीजों का इलाज होगा जो खुद से इलाज कराने में असमर्थ हैं. गरीब मरीजों का गुजरात में मुफ्त इलाज कराया जाएगा. साथ ही झारखंड सरकार आने-जाने और ठहरने के लिए 10 हजार रुपये अलग से देगी. रिम्स में जांच के दौरान मरीजों को राजकोट और अहमदाबाद में इलाज के लिए तिथि मिल जाएगी.
बता दें कि धनबाद जिले के बलियापुर प्रखंड के पाण्डेयडीह के रहने वाले दंपति द्वारा देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अपने बच्चे के इलाज के लिए गुहार लगाई गई थी. इसके बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह के पहल पर इस योजना की शुरुआत हुई है.