अमित शाह सिक्किम से देंगे भारत के सहकारिता आंदोलन को नई धार

अमित शाह सिक्किम से देंगे भारत के सहकारिता आंदोलन को नई धार

सिक्किम, गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह Amit Shah सिक्किम में उत्तर पूर्वी और पूर्वी भारत के 12 राज्यों के प्रतिनिधियों से रूबरू होंगे और सहकारिता क्षेत्र में क्या किया जाना है, कैसे देश को आगे ले जाना है, उस बाबत संवाद करेंगे. अभी तक सहकारिता समितियां ज्यादातर महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्यों में अपना संचालन करती थीं और वहीं पर देश के ज्यादातर लोगों का ध्यान जाता था. पश्चिमी हिस्से के बाद अब भारत के पूर्वी हिस्से में सहकारिता की जड़ें कैसे मजबूत हों, सहकारिता मंत्री अमित शाह ने उसका एक पूरा खाका तैयार किया है. इसी के चलते पहली बार सिक्किम में ईस्टर्न एंड नॉर्थ ईस्टर्न डेयरी कोऑपरेटिव कॉन्‍क्‍लेव का आयोजन किया जा रहा है. देश के उत्तर-पूर्वी इलाकों में किस तरीके से डेरी उद्योग को बढ़ावा मिले, गृह मंत्री अमित शाह अपना विजन देश के अलग-अलग हिस्सों से आए डेयरी उत्पाद और डेयरी फार्म से जुड़े लोगों के साथ साझा करेंगे.गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह इससे पहले सहकारिता सम्मेलन में वित्तीय संस्थानों को मजबूत करने के लिए और सहकारी समितियों के बेहतर काम करने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में इससे जुड़े लोगों के साथ अपने विचार साझा कर चुके हैं. उत्तर पूर्व में हो रही इस अहम सहकारिता मंत्रालय के अंतर्गत होने वाली बैठक में डेयरी उद्योग को नए आयाम देने की कोशिश की जाएगी.नेशनल कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन मंगलजीत राय ने न्यूज़18 इंडिया से खास बातचीत में अपने विचार को साझा किया और कहा कि गृह मंत्री की यह पहल प्रधानमंत्री मोदी के सपने को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम है. उनका कहना है कि सहकारिता आंदोलन और सहकारी समितियों का संचालन भारत के पश्चिमी हिस्सों में प्रभावी ढंग से चल रहा था. सहकारिता मंत्री अमित शाह की इस यात्रा से देश के उत्तर पूर्वी इलाकों में सहकारिता से जुड़े सारे नुमाइंदों में एक नया जोश आएगा. सिक्किम में ऐसे कार्यक्रम में 12 प्रदेश हैं जिसमें नार्थ-ईस्ट के 8 प्रदेश झारखंड, उड़ीसा, बंगाल, बिहार हैं. इन 12 प्रदेश से करीब 1700 लोग जोकि सहकारिता क्षेत्र से जुड़े हैं, वह हिस्सा लेंगे.देशभर से अलग अलग सफल सहकारी समिति के लोग भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे जोकि अपने अनुभव को उत्तर-पूर्व के लोग के साथ साझा करेंगे ताकि देश के पश्चिमी हिस्से में जो सफलता का आयाम सहकारिता आंदोलन ने छुआ है अब पूर्वोत्तर भी उससे अछूता न रहे. देश के इस हिस्से में सहकारिता समिति डेयरी उद्योग के अलावा कृषि हैंडीक्राफ्ट और अन्य उद्योग से भी जुड़ी हुई है. इस सम्मेलन के जरिए सहकारिता समिति उसके उत्पाद और सहकारी वित्तीय संस्थानों को मिलाकर एक संस्थागत ढांचे का रूप देने की कोशिश की जाएगी. सहकारिता मंत्रालय के अलावा सिक्किम सरकार और नेशनल कोऑपरेटिव डेहरी फेडरेशन ऑफ इंडिया इस पहल के प्रमुख सूत्रधार हैं.


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x01mp3rx0z@mailto.plus, 11 December 2022

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