नई दिल्ली, जम्मू कश्मीर के उधमपुर में हालिया दोहरे विस्फोटों के पीछे पाकिस्तान स्थित लश्कर ए तैयबा आतंकवादी संगठन का हाथ था. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से ठीक पहले यह विस्फोट हुआ. पुलिस के मुताबिक गृह मंत्री के दौरे से पहले केंद्रशासित प्रदेश में सब ठीक नहीं है दर्शाने के लिए यह ब्लास्ट किया गया था. अमित शाह के दौरे पर आतंवादी संगठन की नजर थी. जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि तीन दिनों के भीतर एक आतंकवादी की गिरफ्तारी के साथ मामले का पर्दाफाश हो गया है.हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार उन्होंने 4 अक्टूबर से शुरू हो रहे क्षेत्र के अमित शाह के दौरे के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि सीमा पार आतंकवादी और उनके आका यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि सब कुछ ठीक नहीं है. जब भी किसी बड़े व्यक्ति का दौरा होता है तो आतंकवादी हमला करने के लिए बेताब हो जाते हैं. लेकिन वीआईपी यात्रा या ऐसी किसी भी गतिविधि को रोकने में वो कभी कामयाब नहीं होंगे. अभी भी कुछ आतंकवादी बचे हैं और हमारा ऑपरेशन जारी है.पुलिस महानिदेशक के अनुसार गिरफ्तार आतंकवादी की पहचान मोहम्मद असलम शेख के रूप में हुई है. जिसने कबूल किया कि उसने अपने पाकिस्तानी हैंडलर मोहम्मद अमीन भट उर्फ खुबैब के निर्देश पर 28 सितंबर को दोपहर करीब 3 बजे बस स्टैंड रामनगर में दोनों बसों में आईईडी रखा था. दिलबाग सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि निश्चित रूप से पाकिस्तान और उसकी एजेंसियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि घाटी में शांति नहीं बल्कि अशांति बनी रहे. लेकिन अब चीजें बेहतर हो रही हैं और हर गुजरते दिन के साथ सुधार हो रहा है.दिलबाग सिंह ने आगे बताया कि मोहम्मद अमीन भट इन धमाकों में शामिल है. वह पाकिस्तान में सेटल है. उसने असलम शेख नाम के एक आतंकवादी से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क किया और उसे ड्रोन के जरिए 3 स्टिकी बम और 4 आईईडी मुहैया कराया था.
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x01mp3rx0z@mailto.plus, 11 December 2022 3wehkw
yhfee@chitthi.in, 10 June 2023